मनीषा शर्मा, अजमेर। मंगलवार को अजमेर में प्रचंड गर्मी ने 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो 2016 के बाद सबसे अधिक है। सोमवार रात का तापमान भी 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन का सबसे गर्म तापमान है।
मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटों में 25-35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है। 29 मई के बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। जून के पहले सप्ताह में दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहने का अनुमान है।
गर्मी का स्वास्थ्य पर प्रभाव:
भीषण गर्मी के कारण अजमेर के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जेएलएन अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल में एसी, कूलर, आइस क्यूब और बर्फ की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। सीनियर डॉक्टर अनिल सामरिया ने लोगों को तेज धूप से बचने और भरपूर मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। उन्होंने बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की बात कही है।
आगजनी की घटनाएं:
भीषण गर्मी के कारण अजमेर में आगजनी की दो घटनाएं भी सामने आई हैं। वैशाली नगर में एक डेयरी बूथ में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने से गैस सिलेंडर भी फट गया, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। अग्निशमन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। श्रीनगर घाटी में भी एक इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग लग गई। गर्मी से बैटरी ब्लास्ट होने के बाद चालक स्कूटी छोड़कर भाग निकला।
विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जायरीन को दरगाह कमेटी द्वारा शरबत का वितरण किया जा रहा है। इससे गर्मी से परेशान जायरीन को राहत मिल रही है। आगामी 3 दिनों में अजमेर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। दिन का तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। अजमेर में गर्मी के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। गर्मी से बचाव के लिए कई जगहों पर शिविर लगाए गए हैं।