मनीष शर्मा । राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक मामले में शनिवार को एक और बड़ी कार्रवाई हुई। राज्य की विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) के 5 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को डिटेन किया है। इस कार्रवाई के तहत आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका की बेटी शोभा राईका और बेटा देवेश राईका भी शामिल हैं। एसओजी मुख्यालय में इनसे पूछताछ जारी है और संभावना है कि जल्द ही इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
राईका परिवार पर पेपर लीक मामले में संदेह
रामूराम राईका, जो 2018 से 2022 तक राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य रहे, उन पर पहले से ही सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में धांधली के आरोप लगाए गए थे। राईका की बेटी शोभा राईका को इस भर्ती में 5वीं रैंक और बेटे देवेश को 40वीं रैंक मिली थी, जिससे उन पर संदेह और बढ़ गया था। हालाँकि, अभी तक एसओजी ने राईका परिवार की भूमिका को स्पष्ट रूप से उजागर नहीं किया है। एसओजी की टीम लगातार इनसे पूछताछ कर रही है और मामले की तस्दीक कर रही है।
एसओजी की कार्रवाई में डिटेन किए गए 5 ट्रेनी
एसओजी ने शनिवार दोपहर राजस्थान पुलिस अकादमी पहुंचकर इन 5 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को डिटेन किया और इन्हें एसओजी मुख्यालय लेकर आई। इनमें से दो महिलाएं भी शामिल हैं, जिनमें एक राईका की बेटी शोभा राईका है। इनसे कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है। एसओजी की टीमें इन आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही हैं और उम्मीद है कि देर रात तक या रविवार को इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
अब तक 37 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स गिरफ्तार
सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 37 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा, पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से अधिक लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसओजी द्वारा लगातार जांच की जा रही है और संभावना है कि और भी ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स एसओजी के रडार पर हैं।
पेपर लीक गैंग और भर्ती में धांधली के आरोप
इस मामले में पेपर लीक गैंग और भर्ती में धांधली के आरोप लगातार सामने आ रहे हैं। पहले भी कई मामलों में एसओजी ने बड़ी कार्रवाई की है और कई नामचीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बार भी एसओजी द्वारा की गई कार्रवाई में यह स्पष्ट है कि मामले की जांच को लेकर सरकार और जांच एजेंसियां गंभीर हैं।
राईका परिवार की भूमिका पर सवाल
रामूराम राईका, जो आरपीएससी के सदस्य थे, उनकी भूमिका पर सवाल उठना लाजमी है। उनकी बेटी और बेटे की रैंकिंग को लेकर पहले ही सवाल उठ चुके हैं। अब एसओजी की जांच में यह देखना बाकी है कि उनके परिवार का इस पेपर लीक मामले में क्या योगदान रहा है और क्या उन्हें दोषी पाया जाता है या नहीं।
आगे की कार्रवाई
एसओजी की इस कार्रवाई के बाद यह साफ है कि इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। अब सभी की निगाहें एसओजी की जांच और आगे की कार्रवाई पर हैं। इस मामले में जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और राईका परिवार की भूमिका पर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
इस तरह की कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि राज्य में किसी भी प्रकार की धांधली और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब यह देखना है कि एसओजी की जांच कहां तक जाती है और इस मामले में कितने और लोग कानून के घेरे में आते हैं।