शोभना शर्मा। राजस्थान के अजमेर जिले में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स का आयोजन चल रहा है। इस मौके पर देशभर से लाखों जायरीन अजमेर दरगाह शरीफ पहुंचे हैं। दरगाह का माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक हो गया है, जहां हर धर्म और जाति के लोग मिलकर आस्था और भाईचारे का प्रतीक प्रस्तुत कर रहे हैं।
दरगाह पर इस बार वीआईपी हस्तियों की चादरें पेश करने का सिलसिला भी जारी है। मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की ओर से चादर पेश की गई। उनकी चादर को LJP के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद साबिर खान लेकर दरगाह पहुंचे।
बॉलीवुड कलाकारों की मौजूदगी ने बढ़ाई रौनक
उर्स के इस खास मौके पर बॉलीवुड के जाने-माने कलाकार भी दरगाह शरीफ पहुंचे। अभिनेता सुबोध गुलाटी, समर पसरीचा और शालीन मल्होत्रा ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चादर पेश की। इन कलाकारों ने देश में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। उनकी मौजूदगी ने जायरीनों के बीच आकर्षण का केंद्र बनाया।
बॉलीवुड कलाकारों ने अपनी इस यात्रा को खास बताया और इसे अपनी जिंदगी का यादगार अनुभव करार दिया। उन्होंने देश की प्रगति और फिल्म इंडस्ट्री की तरक्की के लिए भी प्रार्थना की।
अमन और भाईचारे का संदेश
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को आपसी भाईचारे, प्रेम और मानवता का प्रतीक माना जाता है। हर साल यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, जो विभिन्न धर्मों और जातियों से आते हैं। उर्स के इस अवसर पर लोगों ने ख्वाजा गरीब नवाज के आस्थाना शरीफ पर चादर चढ़ाई और देश में अमन, चैन और खुशहाली की प्रार्थना की।
चिराग पासवान की चादर पेश
चिराग पासवान की चादर पेश करने के दौरान उनके समर्थकों में खासा उत्साह देखा गया। यह चादर पेश करने के लिए उनके प्रतिनिधि मोहम्मद साबिर खान पहुंचे। चिराग के समर्थकों का मानना है कि ख्वाजा गरीब नवाज के आशीर्वाद से उनके राजनीतिक जीवन में नई ऊंचाइयां आएंगी।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
उर्स के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दरगाह क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती की गई है और जायरीनों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं, जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
लाखों जायरीन और आध्यात्मिक माहौल
दरगाह पर हर साल की तरह इस बार भी लाखों जायरीन पहुंचे हैं। श्रद्धालु मानते हैं कि दरगाह पर आकर उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लोग इस अवसर को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं और इसे अपने परिवार के साथ साझा करते हैं।
भाईचारे और प्रेम का प्रतीक
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक भी है। यह आयोजन पूरी दुनिया को प्रेम, मानवता और आपसी भाईचारे का संदेश देता है। यह पर्व यह साबित करता है कि अलग-अलग धर्म और जातियों के लोग साथ मिलकर शांति और सद्भाव के साथ रह सकते हैं।
बॉलीवुड की मौजूदगी बनी आकर्षण
सुबोध गुलाटी, समर पसरीचा और शालीन मल्होत्रा जैसे बॉलीवुड कलाकारों की मौजूदगी ने उर्स के आयोजन में चार चांद लगा दिए। लोग इन कलाकारों के साथ फोटो खिंचवाने और उनसे बातचीत करने के लिए उत्सुक दिखे।