ब्लॉग्सराजनीतिराजस्थान

जानिए राजस्थान का इतिहास – राजस्थान का गठन और वर्तमान स्वरूप

जानिए राजस्थान का इतिहास – राजस्थान का गठन और वर्तमान स्वरूप

शोभना शर्मा , अजमेर। राजस्थान(Rajasthan) क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत(India) का सबसे बड़ा राज्य है, यही वजह है  कि यहाँ की राजनीति (Politics) भी देश की राजनीति मे अहम भूमिका रखती है । आइए जानते है राजस्थान के गठन से ले कर अब तक के अवरूप के बारे मे –

राजस्थान  का संवैधानिक गठन
राजस्थान का भारत के राज्य के रूप मे संवैधानिक रूप से 26 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया था। राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे। 1 नवंम्बर, 1956 में अजमेर राजस्थान का 26वां जिला बना। 15 अप्रैल, 1982 में धौलपुर राजस्थान का 27वां जिला बना जो भरतपुर जिले से अलग करके बनाया गया था। 10 अप्रैल, 1991 को कोटा जिले से अलग करके बांरा नया जिला बनाया गया। 10 अप्रैल,1991 में जयपुर से अलग करके दौसा जिला बनाया गया। राजसंमद को 10 अप्रैल, 1991 उदयपुर से अलग करके 30वां जिला बनाया गया। हनुमानगढ़ को 12 जुलाई, 1994 यह श्री गंगानगर से अलग कर 31वां जिला घोषित किया गया । इसके बाद करौली माधोपुर से अलग होकर 19 जुलाई 1997 में 32वां जिला बना और  33 वां जिला-प्रतापगढ़-26 जनवरी,2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।

वर्तमान स्वरूप
7 अगस्त 2023 को राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने 19 नये जिले और 3 संभाग बनाए जाने की घोषणा की। इसके बाद राजस्थान में कुल जिलों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है और साथ ही संभाग की संख्या 7 से बढ़कर के 10 हो गए हैं। वर्तमान मे जयपुर एवं जोधपुर नाम से अब कोई जिले नहीं है क्योंकि जोधपुर को जोधपुर पूर्व और जोधपुर पश्चिम में बांट दिया गया है, इसी तरह जयपुर को भी दो भागों जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण में बांटकर दिया गया है। इस प्रकार 33 जिलों में से, अगर जयपुर व जोधपुर को हटा दिया जाए तो 31 जिले बचते हैं, पुराने 31 जिले और 19 नए जिले मिलकर कुल 50 जिले होते है। राजस्थान के नए जिलों मे  आपूनगढ़, बालोत्रा, ब्यावर, दीग, दिदवाना-कुचमान, डूडू, गंगापुर सिटी, कोटपुतली-बेहरौड़, खैरथल-तिजारा, नीम का थाना, फलोदी, स्लम्बर, सांचोर और शाहपुरा शामिल हैं। इसके अलावा तीन संभाग- सीकर, बांसवाड़ा व पाली को भी जोड़ा गया है जिसके तहत अब राज्य में कुल 10 संभाग हो गए हैं।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading