मनीषा शर्मा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को सचिवालय में बैठकर भ्रमण करने की बजाय जनता के बीच जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता ने सरकार बनाने का दायित्व मुख्यमंत्री को सौंपा है, और उनका कर्तव्य है कि वे जनता के हित में कार्य करें।
किसानों के बीच नहीं जा रहे सीएम
डोटासरा ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण किसान गंभीर संकट में हैं, और मुख्यमंत्री को उनके बीच जाकर उनका दर्द समझना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीएम अधिकारियों की नेम प्लेट देखकर अपने कार्यकाल को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं, जो उचित नहीं है।
9 महीने में नहीं हुआ कोई जनहित का काम
डोटासरा ने मुख्यमंत्री पर यह आरोप भी लगाया कि पिछले 9 महीनों में प्रदेश में एक भी ऐसा काम नहीं हुआ है, जो जनहित में हो। जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है, और यही कारण है कि उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाने की तैयारी कर रही है। डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री को केवल पर्ची आने पर ही काम नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी क्षमता का सदुपयोग करते हुए जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
उदयपुर दौरे पर डोटासरा
डोटासरा मंगलवार को उदयपुर में थे, जहां उन्होंने खेरवाड़ा और ऋषभदेव में कांग्रेस कार्यालयों का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने उदयपुर में चाकूबाजी में मारे गए छात्र के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने कन्हैयालाल हत्याकांड पर तुरंत संज्ञान लिया था और पीड़ित परिवार की मदद की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने उदयपुर चाकूबाजी के मामले में मात्र साढ़े 9 लाख रुपए की सहायता प्रदान की है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द घोषित 51 लाख रुपए की सहायता राशि देने की मांग की।
आचार्य पुलक सागर महाराज से मुलाकात
इससे पहले, डोटासरा ने ऋषभदेव में केसरिया मंदिर में भगवान के दर्शन किए और वहां चातुर्मास कर रहे आचार्य पुलक सागर महाराज के दर्शन किए। इसके अलावा, उन्होंने ऋषभदेव ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नवीन भवन का उद्घाटन भी किया। उनके साथ खेरवाड़ा विधायक दयाराम परमार, कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया, और देहात अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी सहित अन्य नेता भी मौजूद थे।
जनहित के मुद्दों पर सीएम से सवाल
डोटासरा ने मुख्यमंत्री पर कई अन्य मुद्दों पर भी सवाल उठाए, जैसे कि प्रदेश में बढ़ते अपराध, बिजली और पानी की समस्याएं, और किसानों की दुर्दशा। उन्होंने कहा कि सरकार को केवल घोषणाएं करने के बजाय, उन्हें अमल में लाना चाहिए और जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।