मनीषा शर्मा, अजमेर। जिले में इस वर्ष मानसून के दौरान 15 जून से अब तक 615.09 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा दर्ज की गई है, जिसमें अजमेर में 725 मिमी, बुढ़ा पुष्कर में 698 मिमी, गोविन्दगढ़ में 557 मिमी, पुष्कर में 468 मिमी, नसीराबाद में 944 मिमी, पीसांगन में 655.70 मिमी, मांगलियावास में 693 मिमी, गेगल में 200 मिमी, रूपनगढ़ में 657 मिमी, किशनगढ़ में 585 मिमी, श्रीनगर में 512.50 मिमी, बांदरसिंदरी में 483 मिमी, और अरांई में 818 मिमी वर्षा शामिल है।
इस भारी वर्षा के कारण जिले के विभिन्न बांधों और तालाबों में पानी की स्थिति बेहतर हुई है। जिले के प्रमुख बांधों की स्थिति इस प्रकार है:
आनासागर बांध: इस बांध में 13 मीटर पानी है और यह पूरी तरह से ओवरफ्लो हो गया है।
फॉयसागर बांध: यहां 26.9 मीटर पानी भरा हुआ है, जो कि ओवरफ्लो की स्थिति में है।
रामसर बांध: इस बांध में 6.11 मीटर पानी भरा हुआ है।
गोविन्दगढ़ बांध: यहां 2.35 मीटर पानी दर्ज किया गया है, जो ओवरफ्लो की स्थिति में है।
इसके अतिरिक्त, बुढ़ा पुष्कर में 6.6 मीटर, खानपुरा तालाब में 10.6 मीटर, चौरसियावास में 6.4 मीटर, छोटा तालाब चाट किशनगढ़ में 9 मीटर, लाखोलाव हनुतिया में 11 मीटर, भीमसागर तिहारी में 13 मीटर, खीरसमन्द रामसर में 5.6 मीटर, मदनसागर डीडवाडा में 12.5 मीटर, रणसमन्द नयागांव में 12.3 मीटर, पुष्कर में 17.2 मीटर, कोडिया सागर अरांई में 9.4 मीटर, सुख सागर सिरोंज में 5.10 मीटर, जवाहर सागर सिरोंज में 8.2 मीटर, सुरखेली सागर अरांई में 8.5 मीटर, विजयसागर लाम्बा में 10.5 मीटर, किशनसागर गागून्दा में 9.8 फीट तथा नया सागर मोठी में 1.20 मीटर पानी है।
जिले के कई बांधों और तालाबों में पानी की बेहतर स्थिति देखी जा रही है, जिससे क्षेत्र की जल आपूर्ति में सुधार हुआ है। इस वर्ष की भारी बारिश ने जिले के जल संसाधनों को पुनः भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे न केवल किसानों को राहत मिलेगी बल्कि जिले की जलापूर्ति व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।