शोभना शर्मा। राजस्थान के कोटा में पढ़ाई के दौरान एक 16 वर्षीय छात्र को अचानक हार्ट अटैक आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना गुरुवार रात महावीर नगर इलाके की परिजात कॉलोनी में हुई। मृतक छात्र केशव चौधरी भीलवाड़ा का रहने वाला था और कोटा में अपने बड़े भाई के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी, वह ज़ोर से चिल्लाया और बिस्तर पर गिर गया। घरवालों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक, उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ था, जिससे उसकी तत्काल मृत्यु हो गई।
भीलवाड़ा का रहने वाला था, कोटा में कर रहा था पढ़ाई
महावीर नगर थाना प्रभारी रमेश कविया ने बताया कि मृतक केशव चौधरी (16) पुत्र राजेश चौधरी अपने बड़े भाई आदित्य चौधरी और मां के साथ कोटा के परिजात कॉलोनी में रहता था। मूल रूप से वह भीलवाड़ा के आरसी व्यास सेक्टर 7 का रहने वाला था। बड़ा भाई आदित्य जेईई (JEE) की कोचिंग कर रहा था, जबकि केशव दिशा डेल्फी पब्लिक स्कूल (DDPS) में पढ़ता था।
गुरुवार की रात दोनों भाई पढ़ाई कर रहे थे। इस दौरान केशव मोबाइल में कुछ देख रहा था कि अचानक उसके मुंह से ज़ोरदार चीख निकली और वह बिस्तर पर गिर पड़ा। बड़े भाई आदित्य ने तुरंत मकान मालिक जम्मू कुमार जैन को बुलाया और सभी ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
सीपीआर देने के बाद भी नहीं बचा
मकान मालिक जम्मू कुमार जैन ने बताया कि जब केशव ज़मीन पर गिरा तो वह तुरंत वहां पहुंचे। उन्होंने देखा कि केशव की पल्स बिल्कुल भी नहीं चल रही थी। घबराहट में उस पर पानी डाला और सीपीआर (CPR) देने की कोशिश की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए।
अस्पताल में डॉक्टरों ने केशव को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए। डॉक्टरों ने भी उसे सीपीआर दिया, लेकिन केवल 10 मिनट में ही उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, उसे अचानक कार्डियक अरेस्ट (Heart Attack) हुआ, जिससे उसकी जान चली गई।
बड़े भाई आदित्य ने बताया कि गिरने के बाद केशव ने दो बार ज़ोर-ज़ोर से सांस ली थी, लेकिन फिर कोई हलचल नहीं हुई। डॉक्टरों ने बताया कि यह अचानक हार्ट अटैक (Sudden Cardiac Arrest) का मामला था।
पोस्टमॉर्टम कराने से मना, भीलवाड़ा में अंतिम संस्कार
परिवार इस सदमे को सहन नहीं कर पा रहा था। शुक्रवार सुबह उन्होंने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और शव को बिना किसी देरी के भीलवाड़ा ले गए। वहां परिवार और स्थानीय लोगों की मौजूदगी में केशव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
केशव के पड़ोसी प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि जैसे ही यह खबर कॉलोनी में फैली, पूरे इलाके में मातम पसर गया। दोनों भाइयों को लोग बचपन से जानते थे और उनके परिवार को बहुत अच्छे से समझते थे। केशव का शव जब भीलवाड़ा पहुंचा, तो पूरे मोहल्ले में ग़म का माहौल छा गया। परिवार के लिए इस दुख को सहना बेहद मुश्किल हो रहा था।
कोटा में छात्रों की बढ़ती हार्ट अटैक की घटनाएं
कोटा भारत में कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है, जहां हर साल लाखों छात्र आईआईटी (IIT), मेडिकल (NEET) और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में छात्रों में हार्ट अटैक और मानसिक तनाव से जुड़ी घटनाएं बढ़ी हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि कम उम्र में हार्ट अटैक की समस्या मुख्य रूप से अत्यधिक तनाव, अनियमित खानपान, नींद की कमी और व्यायाम की कमी के कारण होती है। कोटा में रहने वाले अधिकतर छात्र दिन-रात पढ़ाई में जुटे रहते हैं, जिससे उनकी दिनचर्या पर बुरा असर पड़ता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल और लैपटॉप पर लगातार लंबे समय तक स्क्रीन देखने से भी हृदय और दिमाग पर असर पड़ता है, जिससे कार्डियक अरेस्ट जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन शर्मा के अनुसार,
“आजकल कम उम्र में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं, खासकर उन लोगों में जो अत्यधिक मानसिक तनाव में रहते हैं। लंबे समय तक बैठे रहने, नींद की कमी और असंतुलित आहार से हृदय की धमनियों पर दबाव पड़ता है, जिससे कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। कोटा में कई छात्र शारीरिक गतिविधियां बहुत कम करते हैं और सिर्फ पढ़ाई में ही लगे रहते हैं, जिससे ऐसी घटनाएं होती हैं।”
छात्रों को ध्यान देने की जरूरत
कोटा जैसे शिक्षा हब में पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बेहद ज़रूरी है।
छात्रों को निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
तनाव कम करें: पढ़ाई का तनाव न लें, संतुलित दिनचर्या अपनाएं।
नींद पूरी करें: कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
नियमित व्यायाम करें: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट वॉक या हल्का व्यायाम करें।
अच्छा खानपान अपनाएं: जंक फूड से बचें और हेल्दी डाइट लें।
स्क्रीन टाइम कम करें: लंबे समय तक मोबाइल और लैपटॉप पर न रहें।