मनीषा शर्मा। जयपुर में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने शनिवार को राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड के जनरल मैनेजर छत्रपाल सिंह के यहां छापेमारी की। इस कार्रवाई में पोर्श, डिफेंडर, जगुआर और स्कॉर्पियो जैसी लग्जरी कारें मिलीं, जो किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन उनका उपयोग छत्रपाल सिंह कर रहे थे। इसके अलावा एक बीएमडब्ल्यू बाइक भी बरामद हुई, जो किसी और के नाम पर थी। ACB अब इन वाहनों के मालिकों को नोटिस भेजकर पूछताछ करेगी।
जांच की प्रमुख बातें
एसीबी ने 19 अक्टूबर को छत्रपाल सिंह के जयपुर, दिल्ली, गाजियाबाद और हनुमानगढ़ स्थित 8 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें से दो स्थानों पर रविवार सुबह तक सर्च जारी रही। ACB की 6 टीमें इस सर्च ऑपरेशन में शामिल थीं और अब पूरी जानकारी ACB के डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा को दी जाएगी।
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि छत्रपाल सिंह ने 2.39 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी वैध आय से 85.62% अधिक है। इस मामले में FIR दर्ज की गई है और अतिरिक्त एसपी संदीप सारस्वत को जांच सौंपी गई है।
लग्जरी गाड़ियों का खुलासा
जांच के दौरान छत्रपाल सिंह के पास से कई महंगी और लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। इन गाड़ियों में पोर्श, जगुआर, डिफेंडर, महिंद्रा थार, स्कॉर्पियो, शेवरले कुज और बीएमडब्ल्यू बाइक शामिल हैं। ये सभी गाड़ियां किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इनका उपयोग छत्रपाल सिंह कर रहे थे। ACB अब इन गाड़ियों के असली मालिकों को नोटिस भेजेगी और उनसे पूछताछ की जाएगी।
बैंक अकाउंट और लॉकर की जांच
एसीबी की जांच में 8 बैंक अकाउंट और तीन लॉकर भी मिले हैं। ये बैंक अकाउंट दिल्ली, गाजियाबाद और हनुमानगढ़ में स्थित हैं। एसीबी की टीम इन अकाउंट्स और लॉकरों को सोमवार को खंगालेगी। अब तक की जांच में 6 लाख रुपए नकद और महंगे रिसॉर्ट में रुकने के दस्तावेज भी मिले हैं।
विदेश यात्राएं और महंगे निवेश
छत्रपाल सिंह के खिलाफ जांच में यह भी पता चला है कि उन्होंने कई विदेश यात्राएं की हैं और महंगे रिसॉर्ट्स में रुके हैं। इसके अलावा, उनके नाम से कई जमीनें, फ्लैट, मकान और अन्य संपत्तियां हैं। जांच में यह खुलासा हुआ है कि सिंह ने अपने और अपने परिवार के नाम पर आय से अधिक संपत्तियां अर्जित की हैं। इन संपत्तियों में करोड़ों की जमीनें शामिल हैं।
ACB की छापेमारी की प्रमुख लोकेशन
- जयपुर के सोडाला स्थित महादेव नगर में मकान नंबर 31 पर छापेमारी।
- जयपुर में अजमेर रोड पर श्याम नगर सब्जी मंडी के सामने एयर अपार्टमेंट के तीन फ्लैटों (1206, 1306, 1401) पर सर्च।
- जयपुर के अशोक नगर (सी स्कीम) युधिष्ठिर मार्ग पर स्थित हैप्पी हार्ट फाउंडेशन में छापेमारी।
- जयपुर के सिविल लाइन स्थित इंडसइंड बैंक में अधिकारी की पहली पत्नी मोहिनी राठौड़ के लॉकर की जांच।
- जयपुर के राजा पार्क स्थित सिंपली डिवाइन स्पा पर सर्च।
- जयपुर के योजना भवन में राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड के ऑफिस में छापेमारी।
- हनुमानगढ़ के वार्ड नंबर 147 में छापेमारी।
- गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में फॉर्च्यून रेजीडेंसी के फ्लैट पर और सेक्टर 9 स्थित ला-टेक सॉल्यूशन फर्म में सर्च।
DOIT के तहत राजकॉम्प का कार्य
राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड, DOIT (सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग) के तहत काम करने वाली सरकारी कंपनी है। DOIT विभाग के खिलाफ हाईकोर्ट ने ACB को जांच के आदेश दिए थे। इस विभाग के अंतर्गत आईटी उपकरणों की खरीद-फरोख्त (जैसे लैपटॉप, CCTV कैमरे, कंप्यूटर आदि) के कार्य होते हैं। छत्रपाल सिंह, जो राजकॉम्प के जनरल मैनेजर हैं, पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर आय से अधिक संपत्तियां अर्जित की हैं।
अब तक की रिकवरी
एसीबी के अनुसार, छत्रपाल सिंह के पास से अब तक 2.39 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है, जो उनकी वैध आय से अधिक है। उनके खिलाफ जांच जारी है और बैंक अकाउंट्स, लॉकर और संपत्तियों की आगे की जांच की जाएगी।