शोभना शर्मा। अजमेर में राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी देने वाले फेसबुक यूजर के खिलाफ विरोध जताया है। यह विरोध प्रदर्शन क्लॉक टावर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराते हुए किया गया, जिसमें फेसबुक पर धमकी देने वाले यूजर बुद्धादित्य मोहंती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
धमकी की फेसबुक पोस्ट का विवरण
एनएसयूआई के सदस्य अंकित धारू ने बताया कि फेसबुक पर बुद्धादित्य मोहंती द्वारा पोस्ट की गई एक टिप्पणी में राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी दी गई है। पोस्ट में कहा गया है, “जर्मनी के पास गेस्टापो था… इज़राइल के पास मोसाद है… अमेरिका के पास सीआईए है… अब भारत के पास लॉरेंस बिश्नोई है।” इसके साथ ही पोस्ट में लिखा है कि अगला नाम ओवैसी और राहुल गांधी का होना चाहिए।
यह पोस्ट जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का महिमामंडन करती है, जो पहले से ही कई अपराधों में शामिल है। इस पोस्ट में न केवल राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दी गई है, बल्कि हिंसा भड़काने का प्रयास भी किया गया है। एनएसयूआई का कहना है कि इस प्रकार की धमकियां सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं।
ऑनलाइन धमकियों का खतरा और एनएसयूआई की मांग
एनएसयूआई ने अपनी शिकायत में बताया कि ऑनलाइन धमकियां अब बहुत सामान्य हो गई हैं, और ऐसी धमकियां अक्सर वास्तविक हिंसा में बदल जाती हैं। पिछले कुछ वर्षों में, कई राजनीतिक नेताओं को इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा है, जिनमें कुछ मामलों में यह जानलेवा हमलों में भी बदल गईं। इस प्रकार की धमकियां राजनीतिक अस्थिरता और असुरक्षा का कारण बन सकती हैं, जिससे समाज में हिंसा फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
एनएसयूआई ने मांग की है कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच करे और बुद्धादित्य मोहंती के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। संगठन का मानना है कि यदि ऐसे तत्वों को सख्त सजा नहीं दी गई, तो यह समाज में भय और हिंसा फैलाने का प्रयास करेगा।
राहुल गांधी की सुरक्षा पर सवाल
राहुल गांधी को धमकी देने वाली इस पोस्ट ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। ऐसे में एनएसयूआई ने राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाने की मांग की है। एनएसयूआई का मानना है कि यह सिर्फ एक ऑनलाइन धमकी नहीं है, बल्कि एक गंभीर राजनीतिक हमला है, जिससे निपटना बहुत जरूरी है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने एनएसयूआई द्वारा दी गई शिकायत को जांच में रखा है और यह आश्वासन दिया है कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी। क्लॉक टावर पुलिस थाने ने कहा कि इस प्रकार की धमकियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, खासकर जब इसमें देश के एक प्रमुख राजनीतिक नेता का नाम हो।
लॉरेंस बिश्नोई का महिमामंडन और ऑनलाइन हिंसा
इस मामले में एक और गंभीर पहलू यह है कि पोस्ट में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का महिमामंडन किया गया है। बिश्नोई पहले से ही कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है और जेल में बंद है। लेकिन सोशल मीडिया पर उसकी छवि को नायक के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जो एक बड़ा सामाजिक मुद्दा है।
लॉरेंस बिश्नोई का इस तरह से महिमामंडन करना और उसकी हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देना गंभीर चिंताओं को जन्म देता है। एनएसयूआई ने इसे समाज के लिए खतरनाक बताते हुए ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।