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अजमेर पुलिस की साइबर क्राइम पर पहल: सिनेमा हॉल में अवेयरनेस वीडियो

अजमेर पुलिस की साइबर क्राइम पर पहल: सिनेमा हॉल में अवेयरनेस वीडियो

मनीषा शर्मा। राजस्थान के अजमेर जिले में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है। ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसमें आम लोग लालच, जॉब ऑफर, रिफंड स्कीम और अन्य डिजिटल माध्यमों से ठगी का शिकार हो रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए अजमेर पुलिस ने जिले के चार प्रमुख थाना क्षेत्रों के सिनेमा हॉल्स में साइबर क्राइम से जुड़ी जागरूकता वीडियो दिखाने का निर्णय लिया है।

ऑनलाइन ठगी रोकने की नई पहल

अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में साइबर क्राइम अवेयरनेस अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत सिनेमा हॉल्स में मूवी शुरू होने से पहले या बीच में साइबर सुरक्षा से जुड़े चार विशेष वीडियो दिखाए जाएंगे। ये वीडियो साइबर क्राइम के चार अलग-अलग पहलुओं पर केंद्रित हैं:

  1. डिजिटल अरेस्ट: यह वीडियो ऑनलाइन धोखाधड़ी से संबंधित गिरफ्तारी के मामलों को दर्शाता है।

  2. रिफंड स्कीम फ्रॉड: इस वीडियो में नकली रिफंड स्कीम के जरिए लोगों को ठगने के तरीकों और उनसे बचाव की जानकारी दी जाएगी।

  3. ऑनलाइन गेम फ्रॉड: इसमें बताया जाएगा कि कैसे ऑनलाइन गेमिंग के बहाने ठगी की जाती है।

  4. जॉब ऑफर फ्रॉड: नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वालों के तरीकों को उजागर किया जाएगा।

सिनेमा हॉल्स में वीडियो चलाने के आदेश

अजमेर जिले के चार प्रमुख थाना क्षेत्रों – सिविल लाइन, क्रिश्चियन गंज, कोतवाली और मदनगंज में स्थित सिनेमा हॉल्स के संचालकों को ये अवेयरनेस वीडियो दिखाने का निर्देश दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक ने यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त आदेश दिए हैं कि ये वीडियो हर मूवी शो के दौरान चलाए जाएं।

साइबर क्राइम जागरूकता का उद्देश्य

अजमेर पुलिस के इस कदम का मुख्य उद्देश्य आमजन को साइबर क्राइम के प्रति सतर्क करना है। पुलिस का मानना है कि जागरूकता ही साइबर अपराधों से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है। लोग जब इन वीडियो के माध्यम से ठगी के तरीकों को समझेंगे, तो वे अधिक सतर्क हो सकेंगे।

ऑनलाइन ठगी के प्रमुख तरीके और उनसे बचाव

  1. रुपए का लालच: साइबर ठग लोगों को नकली स्कीम्स के जरिए मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं।

  2. जॉब ऑफर: फर्जी कंपनियां नौकरी देने के बहाने लोगों से रजिस्ट्रेशन फीस और अन्य शुल्क वसूलती हैं।

  3. ऑनलाइन गेम: गेमिंग ऐप्स के जरिए उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी चुराई जाती है।

  4. रिफंड स्कीम: नकली रिफंड स्कीम के तहत बैंक खाते की जानकारी लेकर ठगी की जाती है।

पुलिस की सख्त निगरानी

अजमेर पुलिस ने साइबर अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। पुलिस मुख्यालय ने सिनेमा हॉल संचालकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि ये वीडियो हर शो में चलें। साथ ही, इन वीडियो को लगातार अपडेट किया जाएगा ताकि नई-नई ठगी योजनाओं के प्रति जनता को सतर्क किया जा सके।

जनता को जागरूक करने की आवश्यकता

साइबर ठगी के मामलों में अधिकतर पीड़ित जानकारी के अभाव में फंसते हैं। पुलिस का मानना है कि यदि जनता को समय रहते सही जानकारी दी जाए, तो वे ठगी से बच सकते हैं। सिनेमा हॉल्स में वीडियो दिखाने का यह तरीका बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने का प्रभावी माध्यम हो सकता है।

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