अजमेर में रेलवे टिकट का रिफंड लेना एक महिला को भारी पड़ गया। कॉलर ने महिला से कस्टमर केयर बनकर एनीडेस्क एप्लीकेशन के जरिए उसके अकाउंट से 43 हजार रुपए विड्रॉल कर लिए। महिला ने मामले में अलवर गेट थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
अलवर गेट निवासी रविकांत मिश्रा की पत्नी शुभा रत्नेश्वरी ने बताया कि उन्होंने एक हफ्ते पहले बनारस जाने के लिए ऑनलाइन रेलवे का टिकट बुक करवाया। वह कैंसिल हो गया। टिकट का रिफंड लेने के लिए गूगल के जरिए कस्टमर केयर का नंबर निकाला और उस पर संपर्क किया। कॉलर ने कस्टमर केयर बनकर उन्हें एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया और उनके यूको बैंक अकाउंट के साथ ही पेटीएम बैंक अकाउंट से विभिन्न ट्रांजैक्शन के जरिए 43 हजार रुपए विड्रोल कर लिए। महिला ने इसकी शिकायत साइबर सेल में देने के साथ ही अलवर गेट थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खुद हाउस वाइफ पति टीचर
पीड़ित महिला शुभा रत्नेश्वरी मिश्रा ने बताया कि उनके पति रविकांत मिश्रा अजमेर के मेयो कॉलेज में टीचर है और वह हाउसवाइफ है। उनके पति की अजमेर में नौकरी होने के कारण वह अजमेर में ही निवास करते हैं। वैसे वह बनारस के रहने वाले हैं। महिला ने बताया कि बनारस जाने के लिए ही रेलवे का टिकट बुक कराया था। इस दौरान उनसे ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी है।