शोभना शर्मा , अजमेर। अजमेर की प्रसिद्ध आनासागर झील को जलकुम्भी के प्रकोप से मुक्ति मिलने की उम्मीद है। प्रशासन के अथक प्रयासों से झील में जलकुम्भी का क्षेत्रफल घटकर अब 16% तक रह गया है।
20 मार्च से शुरू हुए अभियान में अब तक 11 हजार 250 डंपर जलकुम्भी निकाली जा चुकी है। रीजनल कॉलेज चौपाटी, होटल लेक हेवन, सागर विहार कॉलोनी, जी मॉल, पुरानी चैपाटी, रामप्रसाद घाट, लव कुश उद्यान जैसे क्षेत्रों से जलकुम्भी हटा दी गई है।
जलकुम्भी को फैलने से रोकने के लिए कोटा से 2800 फीट लंबा जाल मंगवाकर लगाया गया है। झील में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए एरिएटर और फव्वारे भी लगाए जा रहे हैं।
स्थायी समाधान के लिए प्रयास:
आगामी दिनों में राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (NEERI), नागपुर और राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (NBRI), लखनऊ की टीमें झील का निरीक्षण करेंगी और जलकुम्भी के स्थायी समाधान के लिए कार्य योजना तैयार करेंगी।
उम्मीद है कि:
- निरंतर प्रयासों से जल्द ही झील पूरी तरह जलकुम्भी मुक्त हो जाएगी।
- झील का जल स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त होगा।
- पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।