मनीषा शर्मा, अजमेर। इस साल देशभर में होली और रमज़ान के पाक महीने का दूसरा जुम्मा एक ही दिन पड़ा, जिससे अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शरीफ में हजारों जायरीन पहुंचे। हर साल रमज़ान के महीने में जुम्मे की नमाज का खास महत्व होता है, और इस दौरान देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दरगाह शरीफ हाजिरी देने आते हैं। इस बार चूंकि होली और जुम्मा एक ही दिन था, इसलिए अजमेर में जायरीनों की संख्या कई गुना अधिक बढ़ गई।
सुरक्षा के विशेष इंतजाम, पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
होली और रमज़ान के जुम्मे को ध्यान में रखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से भीड़ पर नजर रखी गई, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
प्रशासन ने दरगाह परिसर में विशेष सुरक्षा प्रबंध किए, जिससे जायरीनों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की गई और पुलिस कर्मियों की अतिरिक्त टीमें तैनात रहीं। प्रशासन की ओर से ट्रैफिक नियंत्रण और पार्किंग की भी विशेष व्यवस्था की गई थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
दरगाह शरीफ में नमाज के लिए विशेष व्यवस्था
रमज़ान के पाक महीने में जुम्मे की नमाज का विशेष महत्व होता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय बड़ी संख्या में मस्जिदों और दरगाहों में इबादत करने पहुंचता है। अजमेर दरगाह में भी इस अवसर पर खास इंतजाम किए गए थे। नमाज के दौरान विशेष पंक्तिबद्ध व्यवस्था की गई, ताकि जायरीनों को आसानी हो। दरगाह प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
होली और जुम्मे के मेल से अजमेर में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब
अजमेर शहर हमेशा से गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक रहा है। इस साल होली और रमज़ान के जुम्मे के एक साथ पड़ने से सांप्रदायिक सौहार्द्र की अनूठी झलक देखने को मिली। एक ओर जहां लोग रंगों के त्योहार होली का आनंद ले रहे थे, वहीं दूसरी ओर दरगाह में जायरीन इबादत में मग्न थे।
स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों के सहयोग से दोनों त्योहार शांति और भाईचारे के साथ मनाए गए। विभिन्न धर्मों के लोग एक-दूसरे को त्योहार की बधाइयां देते नजर आए, जिससे अजमेर की आपसी सौहार्द्र और भाईचारे की मिसाल और मजबूत हुई।
प्रशासन का दावा— बिना किसी अप्रिय घटना के सम्पन्न हुए दोनों त्योहार
पुलिस और प्रशासन की सतर्कता के कारण दोनों त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल पूरी तरह सतर्क रहा और ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई। अजमेर प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और जायरीनों को भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया, जिनकी वजह से दोनों त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए गए।