शोभना शर्मा , अजमेर। गांधीनगर थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग के साथ ठगी का मामला सामने आया है, जहां ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उनसे 1.35 लाख रुपये ठग लिए। यह घटना तब हुई जब ठगों ने पीड़ित के बेटे को रेप केस में फंसाने का डर दिखाकर पैसे हड़प लिए। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
गांधीनगर थाना पुलिस के अनुसार, अजमेर के रामनेर ढाणी गांधीनगर निवासी गोविंद सिंह नामक व्यक्ति ने इस ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। गोविंद सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके पास एक व्हाट्सएप कॉल आई थी, जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया। ठग ने गोविंद सिंह को उनके बेटे को रेप केस में फंसाने की धमकी दी और यह कहा कि अगर वह चाहते हैं कि उनका बेटा जेल न जाए, तो उन्हें डेढ़ लाख रुपये की राशि तुरंत भेजनी होगी। गोविंद सिंह ठगों की धमकी से डर गए और उन्होंने अलग-अलग ट्रांजैक्शन के माध्यम से कुल 1.35 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने अपने बेटे से संपर्क किया, तो बेटे ने साफ कहा कि ऐसा कोई मामला उसके साथ नहीं हुआ है। तब जाकर गोविंद सिंह को समझ आया कि उनके साथ ठगी हो गई है।
साइबर क्राइम की रिपोर्ट और ठगों की दूसरी चाल
धोखाधड़ी का एहसास होने के बाद गोविंद सिंह ने तुरंत साइबर थाने के नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पीड़ित को फिर से कॉल आई, जिसमें ठगों ने उन्हें फिर से गुमराह करने की कोशिश की। ठगों ने कहा कि अगर वह अपने पैसे वापस चाहते हैं, तो उन्हें और पैसे जमा करने होंगे। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया कि ठगों की योजना बेहद सुनियोजित थी और उन्होंने बुजुर्ग को कई तरीकों से फंसाने की कोशिश की।
पुलिस की जांच
गांधीनगर थाना पुलिस ने गोविंद सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, खासकर साइबर फ्रॉड के मामलों में। पुलिस पीड़ित को ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दे रही है और जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल से सावधान रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
साइबर क्राइम से बचाव के टिप्स
इस घटना के बाद पुलिस और साइबर क्राइम विभाग ने नागरिकों को कुछ सुझाव दिए हैं ताकि वे ऐसी ठगी से बच सकें:
संदिग्ध कॉल्स और व्हाट्सएप संदेशों से सतर्क रहें।
किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मांगे गए पैसे तुरंत न भेजें।
ऐसी किसी भी घटना के तुरंत बाद पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन को सूचित करें।
संवेदनशील जानकारी या बैंक डिटेल्स कभी भी अज्ञात कॉलर्स के साथ साझा न करें।
अगर आपको किसी अपराधी का पता चलता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।