शोभना शर्मा। आनासागर झील, राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित एक ऐतिहासिक और प्रसिद्ध कृत्रिम झील है। इस झील का निर्माण 12वीं शताब्दी में राजा अर्णोराज चौहान ने करवाया था, जो पृथ्वीराज चौहान के दादा थे। उन्होंने इस झील का निर्माण अपने राज्य में पानी की आपूर्ति और जलस्रोत की समस्या को हल करने के लिए किया था। राजा अर्णोराज के नाम पर ही इस झील का नाम “आनासागर” रखा गया। आनासागर झील में बांडी नदी का बरसाती पानी आता है। यह झील अजमेर की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण झीलों में से एक है, जो लगभग 13 किलोमीटर की परिधि में फैली हुई है।
निर्माण और इतिहास:
आनासागर झील का निर्माण 1135 से 1150 ई. के बीच हुआ था। यह झील मानव निर्मित है और अजमेर के इतिहास और संस्कृति में इसकी गहरी पैठ है। इसके निर्माण का उद्देश्य अजमेर में पानी की समस्या को हल करना था, और इसके साथ ही यह शहर के लिए एक महत्वपूर्ण जलाशय बन गई। वर्षों से, यह झील अजमेर के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत बनी रही है और शहर के विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान है।
विस्तार और संरचना:
आनासागर झील 4.75 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है और इसकी गहराई लगभग 8 मीटर है। झील का पानी मुख्यतः लूनी नदी और आसपास की पहाड़ियों से निकलने वाली नहरों से आता है। झील के किनारे “बरादरी” नामक संगमरमर के खूबसूरत मंडप हैं, जिनका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने करवाया था। इन मंडपों से झील और अजमेर शहर का शानदार नजारा देखा जा सकता है। झील के चारों ओर दौलत बाग गार्डन है, जिसे शाहजहां ने ही बनवाया था। यह बगीचा स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच पिकनिक स्थल के रूप में लोकप्रिय है।
घूमने का सही समय:
आनासागर झील घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है, और तापमान 15°C से 30°C तक रहता है, जो झील पर सैर-सपाटे और नाव की सवारी का आनंद लेने के लिए आदर्श है। मानसून के मौसम, जो जुलाई से सितंबर तक चलता है, में झील के अत्यधिक भरने और उच्च आर्द्रता के कारण इसे टाला जा सकता है। सर्दियों के महीनों में झील का वातावरण विशेष रूप से आनंददायक होता है, जब तापमान ठंडा और आरामदायक होता है। इस समय के दौरान, प्रवासी पक्षियों के आगमन से झील की सुंदरता और बढ़ जाती है।
आधुनिक पहल और पर्यटन:
आनासागर झील का संरक्षण और सौंदर्यीकरण का कार्य लगातार चल रहा है। स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण संगठनों द्वारा झील की सफाई और संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। आज, यह झील अजMER के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। झील के पास कई होटल, कैफे और रेस्तरां भी हैं, जहां से झील के सुंदर दृश्य का आनंद लिया जा सकता है। विशेष रूप से सूर्यास्त के समय, आनासागर झील का दृश्य बेहद मनोरम होता है, जो हर पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है।
आनासागर झील न केवल अजमेर की ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह शहर के पर्यावरण और पर्यटन के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी सुंदरता, शांत वातावरण और ऐतिहासिक महत्व इसे एक अद्वितीय पर्यटन स्थल बनाते हैं, जो हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। यदि आप अजमेर आते हैं, तो आनासागर झील की सैर जरूर करें और इसके प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव लें।