शोभना शर्मा, अजमेर। बिजयनगर में एक महिला टीचर और 8वीं कक्षा के छात्र के बीच यौन शोषण का मामला सामने आया है, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब महिला टीचर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने छात्र और उसके पिता पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
महिला टीचर का आरोप
महिला टीचर ने आरोप लगाया है कि छात्र और उसके पिता ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। महिला का कहना है कि एक दिन जब वह बीमार थी, तब छात्र ने उसे पानी के नाम पर कुछ दिया, जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो उसने पाया कि उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। महिला ने यह भी कहा कि छात्र की मां ने उसके हाथ में काला धागा बांधकर उसे नमाज और कलमा पढ़ाने की कोशिश की। इसके अलावा, महिला ने आरोप लगाया कि छात्र के पिता ने उसकी 10 वर्षीय बेटी के साथ अश्लील हरकत की और उसे भी धमकाया।
छात्र का आरोप
वहीं, दूसरी ओर, 8वीं कक्षा के छात्र ने महिला टीचर पर आरोप लगाया है कि वह पिछले 6 महीने से उसे ट्यूशन के बहाने बुलाकर यौन शोषण कर रही है। छात्र ने कहा कि महिला ने उसकी अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया। उसने महिला को धमकी दी कि यदि वह उसकी बात नहीं मानेगी, तो वह उन वीडियो को वायरल कर देगा।
पुलिस की भूमिका
महिला टीचर ने जब बिजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने रिपोर्ट लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद, महिला और उसके परिजनों ने आईजी से गुहार लगाई और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने छात्र को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा और सदस्य अरविंद मीणा के समक्ष पेश किया। अंजली शर्मा ने कहा कि छात्र की काउंसलिंग की जा रही है और उसे बाल मित्र घोषित किया गया है।
मामला जटिल
यह मामला न केवल यौन शोषण का है, बल्कि इसमें धर्म परिवर्तन और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप भी शामिल हैं। दोनों पक्षों के आरोपों ने इस मामले को और जटिल बना दिया है।महिला टीचर का कहना है कि उसने लोक लाज के कारण पहले किसी को नहीं बताया, लेकिन अब वह न्याय की मांग कर रही है। वहीं, छात्र का कहना है कि वह भी अपनी बात को साबित करने के लिए तैयार है।