शोभना शर्मा। Apple, जिसे दुनिया का सबसे भरोसेमंद टेक ब्रांड माना जाता है, इस समय एक बड़े विवाद में फंस चुका है। iPhone 16 सीरीज को बेचने के लिए किए गए झूठे विज्ञापनों और फर्जी दावों के कारण Apple के खिलाफ अमेरिकी अदालत में मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मामला न केवल अमेरिका बल्कि भारत और अन्य देशों में भी चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला?
Apple ने जून 2024 में आयोजित WWDC 2024 (Worldwide Developers Conference) में अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम, जिसे Apple Intelligence कहा जा रहा है, की घोषणा की थी। इस कॉन्फ्रेंस में Apple ने दावा किया था कि iPhone 16 सीरीज में यह नए AI फीचर्स इंटीग्रेट किए जाएंगे।
इस प्रेजेंटेशन में Apple ने Siri के इनोवेटिव और अपडेटेड वर्जन का डेमो भी दिखाया था, जिसमें यूजर्स को अधिक स्मार्ट और एडवांस्ड AI अनुभव देने की बात कही गई थी। यह भी कहा गया था कि ये फीचर्स iOS 18.4 अपडेट में रोलआउट किए जाएंगे।
Apple का दावा और वास्तविकता का अंतर
Apple ने वादा किया था कि iPhone 16 सीरीज में Siri और अन्य AI फीचर्स उपलब्ध होंगे। लेकिन —
AI फीचर्स का रोलआउट अब तक नहीं हुआ है।
यह प्रोजेक्ट अब अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया है।
Apple ने इन फीचर्स को लेकर लगातार विज्ञापन जारी किए, लेकिन समय पर फीचर्स उपलब्ध कराने में असमर्थ रहा।
कहां दर्ज हुआ मुकदमा?
Apple के खिलाफ यह मुकदमा अमेरिका के सैन जोस के अमेरिकी जिला न्यायालय में दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि Apple ने जानबूझकर ऐसे विज्ञापन बनाए, जो पूरी तरह से झूठे और भ्रामक थे।
iPhone 16 यूजर्स का आरोप
iPhone 16 सीरीज खरीदने वाले ग्राहकों का कहना है कि —
Apple ने उन फीचर्स का डेमो दिखाया, जो अभी तक उपलब्ध नहीं हैं।
उन्हें यकीन दिलाया गया कि नए AI फीचर्स जल्द ही उनके डिवाइस में उपलब्ध होंगे।
Apple ने लंबे समय तक इन विज्ञापनों को जारी रखा और ग्राहकों को गुमराह किया।
iPhone 16 सीरीज को खरीदने के बाद भी ग्राहक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
कैसे हुई iPhone 16 सीरीज की बिक्री?
Apple ने अपने AI फीचर्स के दावों के सहारे iPhone 16 सीरीज की बड़ी मात्रा में बिक्री की।
नए Siri वर्जन और AI फीचर्स के विज्ञापनों ने लाखों लोगों को आकर्षित किया।
कई ग्राहक जिन्होंने पहले से ही iPhone 15 इस्तेमाल कर रहे थे, उन्होंने बिना जरूरत के अपना फोन iPhone 16 में अपग्रेड किया।
अब जबकि यह साबित हो चुका है कि Apple अपने वादे पूरे नहीं कर सका, उन ग्राहकों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
Apple पर लगे आरोप
झूठे विज्ञापन:
Apple ने उन फीचर्स के विज्ञापन चलाए, जो असल में मौजूद नहीं थे।
Siri के उन्नत AI वर्जन को लेकर भी झूठे दावे किए गए।
गलत मार्केटिंग रणनीति:
कंपनी ने जानबूझकर एक ऐसा माहौल तैयार किया जिससे यूजर्स को यह विश्वास हो कि iPhone 16 सीरीज जल्द ही AI सपोर्ट के साथ लॉन्च होगी।
अनिश्चितता का माहौल:
अब यह भी सामने आ रहा है कि Apple का AI प्रोजेक्ट iOS 20 से पहले लॉन्च नहीं होगा।
यानी नए Siri और AI फीचर्स को बाजार में आने में कम से कम साल 2027 तक का समय लग सकता है।
क्या कह रहे हैं Apple के कर्मचारी?
Apple के AI डिवीजन के कर्मचारियों का कहना है कि —
कंपनी का AI प्रोजेक्ट अभी भी डेवलपमेंट फेज में है।
यह प्रोजेक्ट iOS 20 तक भी पूरी तरह से तैयार नहीं होगा।
यानी Apple ने ग्राहकों को गुमराह किया और उन्हें झूठे वादों के आधार पर iPhone 16 खरीदने के लिए प्रेरित किया।
Apple के खिलाफ कानूनी कार्यवाही
मुकदमे में तर्क दिया गया है कि —
Apple ने अपने वादों को पूरा नहीं किया।
कंपनी ने झूठे विज्ञापन के जरिए iPhone 16 सीरीज की बिक्री की।
ग्राहकों को उनके नुकसान के लिए मुआवजा मिलना चाहिए।