मनीषा शर्मा। राजस्थान के मेडिकल एज्युकेशन डिपार्टमेंट ने जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज और अन्य पांच प्रमुख मेडिकल कॉलेजों से अटैच सरकारी अस्पतालों में नए अधीक्षक नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत एसएमएस हॉस्पिटल सहित कई अन्य प्रमुख अस्पतालों में भी अधीक्षक पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इन पदों के लिए आवेदन 6 नवंबर 2023 तक किए जा सकते हैं, जिसके बाद इंटरव्यू के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
अधीक्षक पद के लिए अस्पतालों की सूची
मेडिकल एज्युकेशन विभाग ने जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के अलावा अन्य सरकारी अस्पतालों जैसे स्टेट कैंसर हॉस्पिटल, जेके लोन, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पं. दीनदयाल उपाध्याय गणगौरी हॉस्पिटल, कावंटिया हॉस्पिटल, सैटेलाइट बनीपार्क और एसआर गोयल हॉस्पिटल सेठी कॉलोनी से भी अधीक्षक पद के लिए आवेदन मांगे हैं। इसके अलावा, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर और अजमेर स्थित मेडिकल कॉलेजों से जुड़े सरकारी अस्पतालों में भी अधीक्षक की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
- जोधपुर: 7 अस्पताल
- कोटा: 5 अस्पताल
- उदयपुर: 4 अस्पताल
- बीकानेर: 4 अस्पताल
- अजमेर: 2 अस्पताल
पिछली नियुक्ति प्रक्रिया रद्द
इससे पहले मई-जून में भी जयपुर के कुछ अस्पतालों में अधीक्षक पद पर नियुक्ति के लिए इंटरव्यू किए गए थे। हालांकि, उन इंटरव्यू का रिजल्ट जारी नहीं किया गया था और विभाग ने बिना कोई ठोस कारण बताए सभी इंटरव्यू को रद्द कर दिया था। अब नए सिरे से आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें नए आवेदकों के इंटरव्यू लिए जाएंगे और चयन प्रक्रिया पूरी होगी।
आवेदन प्रक्रिया और चयन
आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए नया रूप दिया गया है। इच्छुक उम्मीदवारों को अपने दस्तावेज़ों के साथ निर्धारित फॉर्मेट में आवेदन करना होगा, जिसके बाद चयन प्रक्रिया में सफल आवेदकों का इंटरव्यू लिया जाएगा। इस प्रक्रिया में विशेषज्ञता और अनुभव को महत्व दिया जाएगा ताकि अस्पतालों में कुशल अधीक्षक नियुक्त किए जा सकें।
अधीक्षक पद का महत्व
सरकारी अस्पतालों में अधीक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। अधीक्षक न केवल अस्पताल के प्रशासन का नेतृत्व करता है, बल्कि मरीजों की देखभाल, कर्मचारियों का प्रबंधन, और अस्पताल में संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। विशेष रूप से राजस्थान जैसे राज्य में, जहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, ऐसे पदों पर योग्य और अनुभवी व्यक्तियों की नियुक्ति अत्यंत आवश्यक है।