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चोरी की मन्नत पूरी होते ही मंदिर में चढ़ाए एक लाख, पूरे गांव को कराया भोजन

चोरी की मन्नत पूरी होते ही मंदिर में चढ़ाए एक लाख, पूरे गांव को कराया भोजन

शोभना शर्मा, अजमेर। शहर  के एक रेडिमेड गारमेंट शोरूम से 15 लाख रुपए की चोरी करने वाले आरोपियों ने मंदिर में मन्नत मांगी थी और चोरी में सफल होने के बाद न सिर्फ मंदिर में चढ़ावा चढ़ाया, बल्कि पूरे गांव को भोजन भी कराया। अजमेर पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार (7 फरवरी) को मुख्य आरोपी हनुमान रेगर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, चोरी का मास्टरमाइंड हनुमान पहले भी कई बार चोरी के मामलों में जेल जा चुका है और हाल ही में जमानत पर छूटा था।

भीलवाड़ा के मंदिर में मांगी थी मन्नत

पुलिस जांच में सामने आया कि चोरी के दिन यानी 18 जनवरी की सुबह मुख्य आरोपी हनुमान रेगर (27) भीलवाड़ा के एक प्रसिद्ध मंदिर में गया था। वहां उसने मन्नत मांगी कि यदि चोरी सफल होती है, तो वह मंदिर में 1 लाख रुपए चढ़ाएगा और 50 हजार से भंडारा कराएगा। चोरी के चार दिन बाद वह दोबारा मंदिर पहुंचा और मन्नत पूरी की। इसके अलावा, चोरी के पैसों से दूसरे आरोपी महेंद्र (27) ने अपने गांव में बेटे के मुंडन समारोह का आयोजन किया और पूरे गांव को भोजन कराया।

कैसे हुई थी चोरी?

19 जनवरी को फॉयसागर रोड निवासी दुकानदार नवनीत सिंघल ने कोतवाली थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी धनलक्ष्मी राजपूती फैशन नाम से रेडिमेड गारमेंट्स की दुकान है। 18 जनवरी की रात वह दुकान बंद कर घर चले गए थे, लेकिन सुबह स्टाफ ने फोन कर बताया कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं और गल्ले से 15 लाख रुपए गायब हैं।

सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

पुलिस ने दुकान के बाहर लगे CCTV फुटेज चेक किए, जिसमें तीन नकाबपोश बदमाश शटर तोड़ते हुए नजर आए। हालांकि, आरोपियों ने अपने चेहरे और बाइक की नंबर प्लेट को छिपाने की कोशिश की थी। इसके बावजूद पुलिस ने 200 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगाले और उनका पीछा करते हुए झालावाड़, कोटा, बूंदी, देवली, टोंक, निवाई और जयपुर तक जांच की। आखिरकार मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जयपुर के फागी इलाके से मुख्य आरोपी हनुमान रेगर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो साथियों महेंद्र और कन्हैयालाल को अजमेर से पकड़ा गया

कैसे किया पैसों का बंटवारा?

गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने चोरी के पैसों का आपस में बंटवारा कर लिया था। हनुमान रेगर के पास 1.50 लाख रुपए मिले। महेंद्र के पास 1.97 लाख रुपए बरामद किए गए। कन्हैयालाल से 60 हजार रुपए मिले। बाकी रकम को लेकर आरोपियों से पूछताछ जारी है।

पहले भी कर चुका है कई चोरियां

हनुमान रेगर इससे पहले भी दिसंबर 2024 में 9 लाख की चोरी के आरोप में जेल जा चुका था। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने बेलदारी (मजदूरी) का काम छोड़ा और पैसों की तंगी और शौक के चलते चोरी करने लगे। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और चोरी के बाकी पैसों का पता लगाने में जुटी है।

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