शोभना शर्मा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की भजनलाल सरकार द्वारा आयोजित राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट को लेकर अपनी शुभकामनाएं दी हैं। हालांकि, उन्होंने निवेश के धरातल पर उतरने और रिफाइनरी प्रोजेक्ट की धीमी प्रगति को लेकर निराशा भी जताई। जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि उनका उद्देश्य है कि राजस्थान में अधिक से अधिक निवेश आए, लेकिन उन्होंने सरकार से इसे धरातल पर उतारने की अपील की।
निवेश और एमओयू पर गहलोत के विचार
गहलोत ने कहा कि इन्वेस्टमेंट समिट में बड़े उद्योगपतियों का आना और उनके द्वारा एमओयू करना एक अच्छी बात है, लेकिन इसका सही मायने में फायदा तभी होगा जब यह निवेश धरातल पर नजर आए। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान भी समिट आयोजित किए गए थे, लेकिन एमओयू के 10-12 प्रतिशत निवेश ही धरातल पर आ सके।
गहलोत ने निवेश प्रक्रिया को जटिल बताते हुए कहा कि किसी भी परियोजना की सफलता के लिए उद्योगपति कई पहलुओं पर विचार करते हैं, जैसे:
- परियोजना की लाभप्रदता
- वित्तपोषण और बैंक लोन
- सरकार की नीतियां और समर्थन
- प्रशासनिक औपचारिकताएं
उन्होंने यह भी कहा कि प्रचार-प्रसार के बावजूद कई बार निवेश की अपेक्षाएं पूरी नहीं हो पातीं।
प्रचार और धरातल की हकीकत
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान का प्रचार-प्रसार भले ही बड़े पैमाने पर किया जा रहा हो, लेकिन इसका परिणाम उतना प्रभावी नहीं हो सकता जितना दिखाया जा रहा है। गहलोत ने अन्य राज्यों जैसे गुजरात और उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी लाखों करोड़ों के एमओयू किए गए, लेकिन निवेश का प्रतिशत अपेक्षानुसार कम ही रहा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस दिशा में गंभीरता से प्रयास करना चाहिए ताकि निवेश धरातल पर नजर आए।
रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट पर चिंता
गहलोत ने पचपदरा में चल रही रिफाइनरी और उससे जुड़े पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट की धीमी प्रगति पर भी निराशा जताई। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए करोड़ों रुपए के एमओयू हो चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण कई जरूरी औपचारिकताएं अब तक पूरी नहीं हुई हैं।
गहलोत ने बताया कि रिफाइनरी का काम भले ही प्रगति पर हो, लेकिन पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स से जुड़े कार्यों में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करवाया जाए।
रिफाइनरी से रोजगार की उम्मीद
गहलोत ने कहा कि रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स जैसी परियोजनाएं राजस्थान के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती हैं। इनसे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इन प्रोजेक्ट्स की प्रगति में तेजी लानी चाहिए ताकि राजस्थान के लोगों को इसका फायदा मिल सके।