शोभना शर्मा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा:
“भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी ही ऐसी नेता थीं, जिन्होंने न केवल इतिहास, बल्कि भूगोल को भी बदल दिया। लेकिन कुछ लोग आज राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर उनके गौरवशाली इतिहास पर सवाल उठा रहे हैं।”
गहलोत ने कहा कि जो लोग खुद का इतिहास नहीं बना पाए, वे आज इंदिरा गांधी के इतिहास को चुनौती दे रहे हैं।
इंदिरा गांधी की विरासत: पाकिस्तान के दो टुकड़े
अशोक गहलोत ने 1971 के भारत-पाक युद्ध की चर्चा करते हुए इंदिरा गांधी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा:
“इंदिरा गांधी एक महान नेता थीं, जिन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। 90,000 से अधिक सैनिकों ने उनके सामने आत्मसमर्पण किया। पूरी दुनिया उनकी रणनीति और नेतृत्व कौशल को देखती रह गई। यह उनकी सोच और साहस का परिणाम था।”
उन्होंने इंदिरा गांधी की गरीबी हटाने की सोच और उनके दूरगामी दृष्टिकोण की भी प्रशंसा की।
मौजूदा सरकार पर निशाना
गहलोत ने मौजूदा सरकार पर इंदिरा गांधी की विरासत पर सवाल उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:
“आज की सरकार इंदिरा गांधी की महान उपलब्धियों पर सवाल उठा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जो लोग खुद का इतिहास नहीं बना सके, वे इंदिरा गांधी जैसे ऐतिहासिक नेता पर सवाल उठाने का साहस कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भी गरीबों के लिए उसी सोच पर काम कर रहे हैं, जो इंदिरा गांधी की विरासत थी।
एकता और सामुदायिक समरसता पर जोर
अशोक गहलोत ने भारतीय समाज की विविधता पर जोर देते हुए कहा:
“हमारे समाज में विभिन्न धर्म और समुदाय के लोग रहते हैं। ऐसे में हमारा फर्ज है कि सभी को एकता के सूत्र में पिरोकर साथ लाएं। यही इंदिरा गांधी की सोच थी, और कांग्रेस ने इसे हमेशा बनाए रखा।”
गहलोत ने बताया कि समाज में शांति और एकता बनाए रखना देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है।