शोभना शर्मा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से 813वें उर्स के मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चादर पेश की गई। यह चादर राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर खानु खान बुढ़वाली द्वारा अजमेर दरगाह में पेश की गई। इस दौरान प्रदेश में अमन, चैन, और भाईचारे की दुआ की गई। कार्यक्रम में पूर्व RTDC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ और शहर कांग्रेस के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
अशोक गहलोत का संदेश:
अशोक गहलोत ने ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें उर्स पर बधाई देते हुए कहा कि ख्वाजा साहब ने हमेशा समाज में कमजोर और गरीब वर्ग की मदद के लिए काम किया। उनकी रूहानी तालीम और इंसानियत का संदेश आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा, “जब मजहब के नाम पर समाज को तोड़ने की कोशिशें हो रही हैं, तब ख्वाजा गरीब नवाज का पैगाम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।”
उन्होंने ख्वाजा साहब की दरगाह को कौमी एकता और मोहब्बत का प्रतीक बताया। गहलोत ने उम्मीद जताई कि उर्स पर आने वाले जायरीन उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर अमन, चैन, और भाईचारे का संदेश फैलाएंगे।
चादर पेश करने का उद्देश्य:
डॉक्टर खानु खान बुढ़वाली ने बताया कि अशोक गहलोत की ओर से भेजी गई चादर के साथ यह संदेश भी था कि देश में सभी लोग एक साथ मिलकर अमन और शांति के साथ रहें। ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर हर धर्म और मजहब के लोग अपनी मुरादें लेकर आते हैं। उन्होंने बताया कि इस दरगाह में पेश की गई चादर भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
चादर पेशी:राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर खानु खान बुढ़वाली ने दरगाह में चादर पेश की।
उर्स का महत्व:813वें उर्स पर ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर लाखों जायरीन पहुंचे।
सांप्रदायिक सौहार्द:अशोक गहलोत ने हिंदुस्तान में शांति और भाईचारे की कामना की।
प्रतिनिधित्व:चादर पेश करने में पूर्व RTDC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
मौजूदा समय में प्रासंगिकता:
गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि मौजूदा समय में, जब कुछ ताकतें मजहब के नाम पर समाज को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं, तब ख्वाजा साहब का पैगाम और भी महत्वपूर्ण हो गया है। उनकी शिक्षाएं केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक हैं।
उर्स की कामयाबी की दुआ:
अशोक गहलोत ने ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर देश और प्रदेश की तरक्की, खुशहाली, और उर्स की कामयाबी की दुआ की। उन्होंने उर्स पर आए सभी जायरीन को मुबारकबाद दी और उम्मीद जताई कि यह आयोजन समाज में शांति और सद्भावना को बढ़ावा देगा।