शोभना शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में घुस आई एक टैक्सी ने भारी तबाही मचाई। इस हादसे में एक एएसआई सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई, जबकि चार पुलिसकर्मियों और टैक्सी ड्राइवर सहित कुल छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना रविवार दोपहर जगतपुरा के अक्षयपात्र चौराहे पर हुई, जब मुख्यमंत्री अपने निर्धारित कार्यक्रम के लिए जा रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का काफिला सीएम हाउस से रवाना हुआ। वह लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। जब काफिला अक्षयपात्र चौराहे पर पहुंचा, तो ट्रैफिक रोक दिया गया था। तभी एक टैक्सी तेज गति से रॉन्ग साइड से आई और सुरक्षा के लिए तैनात ASI सुरेंद्र सिंह ने उसे रोकने की कोशिश की।
प्रत्यक्षदर्शी जय किशन ने बताया कि टैक्सी रोकने की कोशिश के दौरान ड्राइवर ने सुरेंद्र सिंह को टक्कर मार दी। इसके बाद टैक्सी काफिले की गाड़ियों से भिड़ गई। हादसे के दौरान एक गाड़ी डिवाइडर पर चढ़ गई, जबकि दूसरी गाड़ी पलट गई।
ASI सुरेंद्र सिंह की मौत
हादसे में ASI सुरेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तुरंत अपनी गाड़ी से उतरे और घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे। सुरेंद्र सिंह को जीवन रेखा अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सुरेंद्र सिंह के सिर पर गहरी चोटें आई थीं।
घायलों की स्थिति
इस हादसे में चार पुलिसकर्मी बलवान सिंह, देवेंद्र सिंह, एसीपी अमीर हसन, और राजेंद्र घायल हुए। एसीपी अमीर हसन की उंगली फ्रैक्चर हो गई। इसके अलावा, टैक्सी का ड्राइवर पवन और उसके साथी अमित कुमार औलिया भी गंभीर रूप से घायल हुए। दोनों का इलाज महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है।
ड्राइवर के पास मिला यूएई का आइडेंटिटी कार्ड
हादसे के बाद पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर पवन और उसके साथी से पूछताछ की। जांच में पाया गया कि पवन के पास संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का आइडेंटिटी कार्ड है। टैक्सी मालिक ने बताया कि पवन छुट्टी पर था और उसे नहीं पता कि वह गाड़ी लेकर कैसे पहुंच गया।
सुरक्षा में बड़ी चूक?
यह हादसा मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक की ओर इशारा करता है। मुख्यमंत्री काफिले की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने टैक्सी को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन ड्राइवर ने उन्हें कुचल दिया। घटना के बाद मुख्यमंत्री ने अपना निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया और स्थिति पर नाराजगी जताई।
मुख्यमंत्री ने घायलों की मदद की
हादसे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय था, जिससे उन्होंने अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया।
दुर्घटना में शामिल गाड़ियां
हादसे में कुल तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं। इनमें मुख्यमंत्री के काफिले की दो सरकारी गाड़ियां और टक्कर मारने वाली टैक्सी शामिल थीं। दोनों सरकारी गाड़ियों को भारी नुकसान हुआ है। इनमें से एक गाड़ी डिवाइडर पर चढ़ गई, जबकि दूसरी पलट गई।
ट्रैफिक व्यवस्था और दुर्घटना का प्रभाव
अक्षयपात्र चौराहे पर ट्रैफिक रोकने के बावजूद, रॉन्ग साइड से टैक्सी का आना ट्रैफिक नियंत्रण में खामियों को उजागर करता है। इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना की जांच जारी
पुलिस ने टैक्सी मालिक और ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। ड्राइवर के पास मिले यूएई के दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
हादसे से जुड़े सवाल और सुरक्षा का भविष्य
यह घटना राजस्थान में वीआईपी सुरक्षा के मानकों पर एक सवालिया निशान लगाती है। मुख्यमंत्री के काफिले जैसी उच्च सुरक्षा व्यवस्था में भी इस तरह की घटना कैसे हुई? इसके पीछे सुरक्षा तंत्र में खामी थी या ट्रैफिक प्रबंधन की चूक, यह जांच का विषय है।