मनीषा शर्मा। राजस्थान में आगामी 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव (Rajasthan Assembly By-Election) के लिए प्रचार का शोर थम गया है। राज्य की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले इन उपचुनावों के अंतिम दिन कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए पूरी ताकत झोंक दी। अब प्रत्याशी अपने क्षेत्रों में डोर-टू-डोर जनसंपर्क करेंगे और मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित करेंगे। राजस्थान के ये उपचुनाव राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। 23 नवंबर को इन उपचुनावों की मतगणना होगी, जिससे यह पता चलेगा कि जनता का रुझान किस पार्टी के पक्ष में है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का चुनावी भाषण:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ चौरासी और सलूंबर सीटों पर बीजेपी के समर्थन में अंतिम जनसभा की। उन्होंने राज्य में किए गए विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले 11 महीनों में वागड़ क्षेत्र को प्राथमिकता दी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने भर्ती परीक्षाओं का दो साल का कैलेंडर जारी किया है और युवाओं को रोजगार देने की प्रतिबद्धता जताई है। मुख्यमंत्री के अनुसार, अगले पांच साल में चार लाख सरकारी नौकरियाँ देने का वादा किया गया है, जिसमें से एक लाख नौकरियाँ इस साल पूरी की जाएंगी।
भाजपा प्रत्याशी राजकुमार रोत के समर्थन में भाषण:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सलूंबर क्षेत्र में भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि उनके सांसद राजकुमार रोत को कांग्रेस सरकार के समय में प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त बीजेपी संगठन में प्रदेश महामंत्री होते हुए उन्होंने रोत का समर्थन किया और उन्हें कांग्रेस के दबाव से बचाया। शर्मा ने इस मुद्दे को उठाकर भाजपा समर्थकों में जोश भरने का प्रयास किया।
युवाओं को बरगलाने वालों को चेतावनी:
मुख्यमंत्री ने नाम लिए बिना बीएपी पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग आदिवासी युवाओं को गुमराह करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिनके बच्चे बड़े शहरों में पढ़ रहे हैं, लेकिन यहाँ आदिवासी युवाओं को भटकाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ऐसे लोगों को बख्शेगी नहीं और इनके कार्यों पर कड़ी नजर रख रही है।
कांग्रेस का जनसंपर्क अभियान:
चुनावी प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस के नेता भी जोर-शोर से अपने उम्मीदवारों के समर्थन में उतरे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रामगढ़ क्षेत्र में बाइक से प्रचार अभियान चलाया। कांग्रेस नेता दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा ने भी बार एसोसिएशन के सदस्यों से समर्थन की अपील की। कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत और सचिन पायलट महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे, लेकिन स्थानीय नेताओं ने यहाँ सक्रियता बनाए रखी।
स्वतंत्र उम्मीदवारों का प्रचार:
दौसा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी विप्र गोयल ने ट्रैक्टर पर सवार होकर गाँव-गाँव में प्रचार किया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे उन्हें वोट देकर समर्थन दें।
वोटिंग और मतगणना की तैयारियाँ:
13 नवंबर को वोटिंग के लिए सभी तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया है। 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी और उपचुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।