मनीषा शर्मा, अजमेर। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत अजमेर में स्कूली बच्चों और ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक जागरूकता रैली आयोजित की गई। इस रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम का आयोजन अजमेर जिला पुलिस के नेतृत्व में हुआ, जिसमें केसरगंज स्थित सेंट एंसलम और सेंट जोन्स स्कूल के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रैली का आयोजन और उद्देश्य
ट्रैफिक पुलिस के सीओ आयुष वशिष्ठ ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा 1 जनवरी से 30 जनवरी 2025 तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। रैली में भाग लेने वाले स्कूली बच्चों और स्टाफ को पहले यातायात नियमों की जानकारी दी गई। बच्चों ने ट्रैफिक नियमों से जुड़ी तख्तियां लेकर लोगों को सड़क पर सुरक्षित चलने, हेलमेट पहनने, और वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग न करने जैसे संदेश दिए। रैली केसरगंज से शुरू होकर डिग्गी बाजार होते हुए वापस स्कूल पहुंची।
अवैध साइलेंसर के खिलाफ कार्रवाई
रैली के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने अवैध साइलेंसर के मुद्दे पर भी ध्यान आकर्षित किया। सीओ आयुष वशिष्ठ ने बताया कि शहर में अवैध साइलेंसर के खिलाफ चार से पांच दिनों से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक लगभग 100 अवैध साइलेंसर को हटवाया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे साइलेंसर से बच्चों, बुजुर्गों, और आम नागरिकों को काफी परेशानी होती है, जिसे रोकने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है।
आमजन को जागरूक करने का प्रयास
रैली के दौरान बच्चों और ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने यह संदेश दिया कि सड़क सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है। यातायात नियमों का पालन करके न केवल खुद को, बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
अजमेर जिला पुलिस और ट्रैफिक विभाग के इस प्रयास को स्थानीय लोगों ने सराहा। इस रैली ने न केवल बच्चों को यातायात नियमों की अहमियत समझाई, बल्कि समाज में जागरूकता का भी संदेश दिया।राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत इस प्रकार के कार्यक्रम समाज को सुरक्षा के महत्व को समझाने में अहम भूमिका निभाते हैं।