शोभना शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर से जाली नोटों के मामले का खुलासा हुआ है। जयपुर ग्रामीण जिले के अमरसर थाना क्षेत्र में विशेष दल और थाना पुलिस ने मिलकर एक युवक के पास से 1.05 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं। आरोपी की पहचान सचिन यादव (21) के रूप में हुई है, जो प्राइवेट कॉलेज से बीएड की पढ़ाई कर रहा है।
कैसे हुआ खुलासा?
13 मार्च को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति बाइक पर नकली नोटों की सप्लाई करने के लिए धानोता से राडावास की ओर जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने राडावास रोड पर नाकाबंदी की और संदिग्ध बाइक सवार को रोका। तलाशी के दौरान पुलिस ने उसके पास से 100 रुपये मूल्य के 390 नोट और 200 रुपये मूल्य के 330 नोट बरामद किए, जिनकी कुल कीमत 1.05 लाख रुपये है।
आरोपी की गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने आरोपी सचिन यादव को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान उसके पास से नकली नोट छापने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले उपकरण भी बरामद किए गए, जिनमें शामिल हैं:
- प्रिंटर
- विभिन्न रंगों की स्याही के छह डिब्बे
- प्रिंटर पेपर
- कागज काटने का चाकू
- लोहे की स्केल
इसके अलावा, आरोपी की बाइक भी जब्त कर ली गई, जिसका उपयोग वह नकली नोटों की आपूर्ति में कर रहा था।
नकली नोट छापने का तरीका
पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने दो महीने पहले यू-ट्यूब पर नकली नोट छापने की तकनीक सीखी थी। इस वीडियो को देखकर उसने प्रिंटर, कागज, इंक और कटर खरीदकर अपने गांव के पैतृक मकान में बने कमरे में नकली नोट छापने का काम शुरू किया। उसने असली नोटों के बदले पांच गुना नकली नोट की सप्लाई करने की योजना बनाई थी।
पुलिस की कार्रवाई और बयान
अमरसर थानाधिकारी अरुण सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 100 रुपये के 39 हजार रुपये के नोट और 200 रुपये के 66 हजार रुपये के नोट बरामद किए गए। पुलिस उप महानिरीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि यह मामला गंभीर है और आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने अन्य लोगों को भी नकली नोट सप्लाई किए हैं और क्या उसके साथ अन्य लोग भी शामिल हैं।