मनीषा शर्मा। राजस्थान के बाड़मेर जिले की जिला कलेक्टर और चर्चित आईएएस अधिकारी टीना डाबी एक बार फिर अपने एक्शन मोड के लिए चर्चा में हैं। बुधवार को, उन्होंने सदर थाना क्षेत्र में एक संदिग्ध स्पा सेंटर पर अचानक छापा मारा और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस छापे के दौरान, पुलिस ने 5 युवतियों और 2 युवकों को हिरासत में लिया, जिन्हें आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया। स्थानीय नागरिकों की लंबे समय से शिकायतें थीं कि इन स्पा सेंटरों की आड़ में अवैध गतिविधियां चलाई जा रही हैं। इस घटना ने पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल बना दिया है।
लगातार चल रहा था ‘नवो बाड़मेर अभियान’
बाड़मेर जिले में इन दिनों ‘नवो बाड़मेर अभियान’ के तहत स्वच्छता और अन्य नागरिक मुद्दों पर जोर दिया जा रहा है। इसी अभियान के निरीक्षण के दौरान टीना डाबी एक विशेष स्थान पर पहुंचीं, जहां उन्होंने एक स्पा सेंटर को संदिग्ध गतिविधियों के साथ देखा। स्पा सेंटर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था, और कई बार कहने के बावजूद दरवाजा नहीं खोला गया। पुलिसकर्मियों की मदद से छत के रास्ते सेंटर के भीतर पहुंचकर उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और आखिरकार, गेट तोड़कर टीम अंदर दाखिल हुई।
देह व्यापार की आशंका के चलते हुई हिरासत
छापे के दौरान, स्पा सेंटर के अंदर बने कई कमरों में 5 लड़कियों और 2 युवकों को पाया गया। ये सभी आपत्तिजनक स्थिति में थे, जिसके चलते पुलिस ने इन्हें तत्काल हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने देह व्यापार की आशंका में मामला दर्ज कर लिया है। बाड़मेर के सदर थाना पुलिस ने इन्हें वेरिफिकेशन और आगे की जांच के लिए थाने ले जाया, और स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों की शिकायतें
बाड़मेर में पिछले कुछ समय से स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं। प्रशासन के अनुसार, ये स्पा सेंटर लेबर डिपार्टमेंट से जारी लाइसेंस के आधार पर संचालित होते हैं। लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, संचालक पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल से युवतियों को बुलाकर स्पा सेंटर में कार्यरत कर देते हैं। हालाँकि, इसके पीछे देह व्यापार जैसी अनैतिक गतिविधियां भी संचालित होती हैं। इस बारे में स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन और पुलिस को कई बार सूचना दी गई थी, लेकिन ठोस कार्रवाई का अभाव ही बना रहा।
पुलिस की कार्रवाई और समस्या की जड़
पुलिस ने इससे पहले भी पीटा एक्ट के तहत कुछ स्पा सेंटरों पर कार्रवाई की है, लेकिन अधिकतर मामलों में दोषी जमानत पर छूटकर फिर से इन्हीं गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। टीना डाबी की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि आगे भी प्रशासन इसी तरह की कठोर कदम उठाएगा और अनैतिक गतिविधियों पर नियंत्रण लाएगा। बाड़मेर शहर के कई आवासीय इलाकों में यह समस्या बढ़ती जा रही है, जिससे नागरिकों में नाराजगी और असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है।
बाड़मेर के निवासियों को राहत
टीना डाबी का यह कदम स्थानीय नागरिकों के लिए राहत लेकर आया है, क्योंकि स्पा सेंटरों की आड़ में चल रही गतिविधियों से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई के अभाव में इन स्पा सेंटरों के संचालकों का मनोबल बढ़ता जा रहा था। शिकायतों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता से नागरिकों में नाराजगी थी, जो इस कार्रवाई के बाद कुछ कम हुई है। यह छापेमारी न केवल बाड़मेर, बल्कि पूरे राजस्थान में एक मिसाल बनी है, जिससे अनैतिक गतिविधियों पर प्रशासन की सख्ती का संदेश गया है।
देह व्यापार पर रोक लगाने के लिए क्या है आगे की योजना?
टीना डाबी की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया कि प्रशासन अब स्पा सेंटरों की आड़ में चल रही अनैतिक गतिविधियों को लेकर कोई नरमी नहीं बरतेगा। जिला प्रशासन और पुलिस की योजना है कि आगे भी शहर के विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण बढ़ाया जाएगा और ऐसे संदिग्ध स्थलों पर छापे मारे जाएंगे। इसके साथ ही, प्रशासन इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कानूनों का पालन करेगा ताकि शहर में ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।