शोभना शर्मा, अजमेर। भीलवाड़ा में पूर्वांचल जन चेतना समिति (ट्रस्ट) और पूर्वांचल जन चेतना सेवा समिति के तत्वावधान में इस बार छठ महापर्व का आयोजन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जा रहा है। मानसरोवर झील और लेबर कॉलोनी में 6 नवंबर को होने वाले इस आयोजन में पूर्वांचल की छठ सेवा समितियों के साथ विभिन्न घाटों पर सजावट और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
इस आयोजन की खास बात यह है कि इसमें भोजपुरी फिल्म उद्योग के अभिनेता और अभिनेत्रियाँ भी शिरकत करेंगी और परफॉर्मेंस देंगी। भोजपुरी फिल्मों के जाने-माने एक्टर एवं पूर्व विधायक संजय यादव, भोजपुरी एक्ट्रेस अनारा गुप्ता, गुंजन पंत, और संजुक्ता राय जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
वृंदावन से विशेष झांकियाँ और प्रस्तुतियाँ
समिति के संस्थापक अध्यक्ष एवं एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप के ओएसडी रजनीश वर्मा ने जानकारी दी कि इस आयोजन में वृंदावन से शर्मा इवेंट ग्रुप के कलाकार भी भाग लेंगे। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक और पौराणिक झांकियों की विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। उज्जैन की भस्म आरती, कृष्ण-राधा संग फूलों की होली, राम दरबार, और हनुमानजी की लीलाओं की झाँकियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी। इन धार्मिक झांकियों और प्रस्तुतियों के माध्यम से पूर्वांचल की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन किया जाएगा।
6 नवंबर को छठ पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
6 नवंबर की शाम को 7 बजे से मानसरोवर झील के प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान भी किया जाएगा। छठ महापर्व पूर्वांचल के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है और इस आयोजन में इसे भव्य रूप में मनाने की तैयारी की गई है। घाटों की सफाई, टेंट, लाइटिंग, साउंड सिस्टम और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष प्रबंध किए गए हैं।
आयोजन में लगे मुख्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता
छठ महापर्व के इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में डॉ. अशोक सिंह (अध्यक्ष, पूर्वांचल जन चेतना समिति), अरुण राय (अध्यक्ष, पूर्वांचल जन चेतना सेवा समिति), ओम प्रकाश सिंह, रविंद्र भारती, दिनेश साहनी, लीलकांत चौधरी, लोकेश झा, आकाश झा, कामेश्वर गुप्ता, फुलेंद्र गुप्ता, रोशन सिंह, बबलू सिंह, लोकेंद्र पांडेय सहित अन्य सदस्य सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
छठ महापर्व: आस्था और समर्पण का प्रतीक
छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मइया की उपासना के रूप में की जाती है। यह पर्व पूर्वांचल के लोगों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जो कि भीलवाड़ा में बड़े उत्साह और भक्ति भाव से मनाया जा रहा है। इस आयोजन से शहरवासियों को पूर्वांचल की संस्कृति, उनकी परंपराओं और श्रद्धा का अनुभव करने का मौका मिलेगा। इस प्रकार के आयोजन ना केवल संस्कृति को जिंदा रखते हैं, बल्कि एकता और सामूहिकता को भी बढ़ावा देते हैं।
छठ महापर्व के लिए इस आयोजन के दौरान विशेष रूप से घाटों की सफाई, सजावट और सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। कार्यकर्ता इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं ताकि हर श्रद्धालु को एक सुरक्षित और पवित्र वातावरण में पूजा-अर्चना करने का अवसर मिल सके।