शोभना शर्मा। राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव-2024 के दौरान शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, भयमुक्त एवं भेदभाव रहित चुनाव प्रक्रिया के लिए निर्वाचन विभाग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता सहित हर स्तर पर प्रभावी कदम उठाए हैं। इस क्रम में पुलिस विभाग अवैध हथियारों तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्यवाही कर रही है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि उपचुनाव वाले 7 विधानसभा क्षेत्रों और सम्बंधित जिलों में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इन इलाकों में पुलिस ने 15 अक्टूबर को आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक अवधि में 10 पिस्तौल, 7 कारतूस, 14 धारदार हथियार और 16 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ जब्त किए हैंं।
अब तक 9,966 व्यक्ति पाबंद किए गए—
राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को इस विषय में दैनिक रिपोर्ट भेजी जा रही है। गुरुवार को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, 7 जिलों में कुल 9,966 व्यक्तियों को विभिन्न अवांछित गतिविधियों के कारण पाबंद किया गया. कुल 2,081 व्यक्तियों को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धाराओं 126, 127, 129 एवं 170 के तहत पाबंद किया है. इसी प्रकार, 7,885 व्यक्तियों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही धारा 128 और 135(3) के तहत पाबंद किया गया है।पुलिस थानों में 17,212 लाइसेंसी हथियार जमा—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आम सुरक्षा की दृष्टि से 7 जिलों में कुल 18,554 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 17,212 हथियार विभिन्न पुलिस थानों में जमा करवाए गए हैं तथा 18 लाइसेंसी हथियारों को जब्त किया गया है। महाजन के अनुसार, स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन तथा धन-बल रहित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान में उपचुनाव क्षेत्रों में 34 अन्त:राज्य और 15 अंतर्राज्यीय पुलिस नाकों सहित कुल 49 स्थानों पर निगरानी की जा रही है। साथ ही, चुनावी क्षेत्रों में 58 उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्क्वाड) और 58 स्थैतिक टीमों सहित कुल 116 सतर्कता दल भी सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं।