मनीषा शर्मा। श्रीगंगानगर जिले में एक बुजुर्ग दंपती और महिला डॉक्टर से डिजिटल ठगी के मामले सामने आए हैं। पहला मामला एक बुजुर्ग दंपती का है, जिन्हें फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर 1 करोड़ 5 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया। दूसरा मामला एक महिला डॉक्टर से जुड़ा है, जहां आरोपी ने खुद को आर्मी अधिकारी बताकर 5.95 लाख रुपए की धोखाधड़ी की।
मामला 1: बुजुर्ग दंपती से 1.05 करोड़ की ठगी
कैसे हुई ठगी?
एक बुजुर्ग दंपती, जिनके बच्चे विदेश में रहते हैं, हाल ही में अपनी जमीन बेचकर बड़ी रकम खाते में जमा की थी। 15 नवंबर को उनके पास एक वीडियो कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। उसने दावा किया कि दंपती के खाते में अवैध रूप से रुपए जमा हुए हैं और इस पर दिल्ली में केस दर्ज है। आरोपी ने उन्हें जेल जाने का डर दिखाया और कहा कि उनके खाते में जमा राशि को सीबीआई के खाते में ट्रांसफर करना होगा।
डर और दबाव के कारण दंपती ने 1.05 करोड़ रुपए आरोपी के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए।
आरोपियों का तरीका:
- धमकी और डर: आरोपी ने दंपती को धमकाते हुए किसी को भी जानकारी न देने को कहा।
- फर्जी खाते: ठगी की रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर छिपाया गया।
पुलिस कार्रवाई:
साइबर सेल और डीएसपी कुलदीप वालिया ने बताया कि ठगी की रकम को ट्रैक करने के लिए संबंधित बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मामला 2: महिला डॉक्टर से 5.95 लाख की ठगी
कैसे हुई ठगी?
श्रीगंगानगर की एक महिला डॉक्टर, जो बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर काम करती हैं, से ठगी का मामला सामने आया। आरोपी ने खुद को लालगढ़ छावनी का आर्मी अधिकारी बताते हुए उनसे संपर्क किया। उसने सैन्य स्कूल के बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य चेकअप कराने का झांसा दिया।
डॉक्टर ने विश्वास कर अपने विजिटिंग कार्ड और दवा की पर्ची भेज दी। इसके बाद आरोपी ने फीस भुगतान के बहाने एक लिंक भेजा और कन्फर्मेशन मांगी। जैसे ही डॉक्टर ने लिंक पर कन्फर्मेशन दी, उनके खाते से 5.95 लाख रुपए कट गए।
पुलिस जांच:
महिला डॉक्टर की शिकायत पर साइबर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
डिजिटल ठगी के मुख्य बिंदु:
- डर और धमकी: आरोपी जेल जाने और कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर ठगी करते हैं।
- फर्जी पहचान: सीबीआई अधिकारी, आर्मी अधिकारी जैसे सरकारी पदों का फर्जी इस्तेमाल।
- ऑनलाइन ट्रांसफर: रकम को कई खातों में ट्रांसफर कर छिपाने का प्रयास।
पुलिस की चेतावनी:
साइबर पुलिस ने नागरिकों को आगाह किया है कि वे अनजान कॉल और डिजिटल ट्रांजैक्शन के दौरान सतर्क रहें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करें।