मनीषा शर्मा, अजमेर। ब्यावर जिले के बिजयनगर में हुए रेप और ब्लैकमेल कांड को लेकर पिछले 36 दिनों से लगातार विरोध जारी है। शनिवार को सर्व हिंदू समाज संघर्ष समिति के आह्वान पर व्यापारियों ने शहर बंद रखा। हिंदू संगठनों की ओर से इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने की मांग की जा रही है। इस विरोध को देखते हुए प्रशासन ने बिजयनगर में भारी पुलिस बल तैनात किया है। वहीं, अजमेर रेंज के डीआईजी ओमप्रकाश ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के प्रभारी को बदल दिया है। अब इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच आईपीएस अधिकारी अभिषेक अंदासु करेंगे।
CBI जांच की मांग और शहर बंद का ऐलान
शनिवार को हिंदू संघर्ष समिति के सदस्यों ने बिजयनगर में रैली निकालकर व्यापारियों से बाजार बंद करने की अपील की। पूरे शहर में दुकानों के शटर डाउन रहे और व्यापारियों ने स्वेच्छा से इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से यह मांग रखी कि मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच के लिए इसे CBI को सौंपा जाए। स्थानीय लोग और संगठन इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
SIT को नया नेतृत्व, अब आईपीएस अभिषेक अंदासु संभालेंगे जांच
इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच के लिए अजमेर रेंज के डीआईजी ओमप्रकाश ने एसआईटी प्रभारी को बदल दिया है। अब इस केस की कमान आईपीएस अधिकारी अभिषेक अंदासु को सौंपी गई है, जो आईआईटी बॉम्बे से पासआउट हैं और साइबर अपराध मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। इससे पहले इस केस की जांच एडिशनल एसपी अभय कमांड नेम सिंह के नेतृत्व में हो रही थी।
SIT टीम में शामिल अधिकारी:
एडिशनल एसपी ब्यावर
मसूदा सीओ
दो थाना अधिकारी
एक सब इंस्पेक्टर
अब तक 16 आरोपी गिरफ्तार, 5 नाबालिग बाल सुधार गृह में
बिजयनगर थाना पुलिस ने इस मामले में अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 11 आरोपी जेल में हैं और 5 नाबालिगों को बाल सुधार गृह में भेजा गया है। पुलिस लगातार इस केस पर नजर बनाए हुए है और SIT द्वारा अब विस्तृत जांच की जा रही है।
कैसे सामने आया मामला?
15 फरवरी 2025 को बिजयनगर थाने में एक नाबालिग लड़की ने मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद एक और नाबालिग पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई। बाद में तीन लड़कियों के परिजनों ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप है कि एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग लड़कियों का रेप किया गया, उनकी अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया और उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया। आरोपियों ने लड़कियों को जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और इस्लाम कबूल करने के लिए विवश किया। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट, बलात्कार, ब्लैकमेलिंग और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
जांच होगी निष्पक्ष – SIT प्रभारी आईपीएस अभिषेक का बयान
आईपीएस अभिषेक अंदासु ने कहा,“मामले की गहनता से जांच की जाएगी। अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई है, तो उसे ठीक किया जाएगा। पूरी टीम इस मामले को निष्पक्ष और तेज़ी से सुलझाने में लगी हुई है।”