शोभना शर्मा । राजस्थान के प्रशासनिक अधिकारियों में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। बाड़मेर की कलेक्टर टीना डाबी के सख्त रवैये के बाद अब बीकानेर की कलेक्टर नम्रता वृष्णि भी अपने कड़े तेवरों के लिए सुर्खियों में आ गई हैं। बीकानेर में सोमवार को आयोजित जिला स्तरीय बैठक में कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
शराब की दुकानों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
जिला स्तरीय बैठक में कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने रात 8 बजे बाद भी खुली रहने वाली शराब की दुकानों को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि किसी भी शराब की दुकान को रात 8 बजे बाद खुला पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं होगी। उन्होंने आबकारी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी दुकानों पर निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि कोई भी नियमों का उल्लंघन न कर सके। इसके अलावा, उन्होंने शराब की दुकानों के चोर दरवाजों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए, ताकि चोरी-छिपे शराब की बिक्री न हो सके।
कलेक्टर ने इस दौरान अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि जनता की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और उनका समाधान तुरंत किया जाए।
बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों पर कार्रवाई
बैठक में कलेक्टर ने बिना नंबर प्लेट के वाहनों को लेकर भी गंभीर नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग को निर्देश दिया कि जो भी वाहन बिना नंबर प्लेट के सड़क पर चलता हुआ मिले, उसे तुरंत सीज किया जाए। खासकर खनन क्षेत्रों में बिना नंबर प्लेट के चलने वाले डंपरों पर भी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने कहा कि ये वाहन न केवल कानून का उल्लंघन करते हैं, बल्कि दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए बिना देरी किए इन पर सख्त कदम उठाए जाएं।
स्कूल और कोचिंग के आसपास सुरक्षा के निर्देश
बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान देते हुए कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि स्कूल और कोचिंग संस्थानों के आसपास नियमित पेट्रोलिंग की जाए। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को किसी भी प्रकार की दुर्घटना या अपराध से सुरक्षित रखना है।
सड़क सुरक्षा को लेकर भी कलेक्टर ने परिवहन और यातायात विभाग को निर्देश दिए कि सड़क पर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां चेतावनी संकेतक और रिफ्लेक्टर लगाने का काम तेज किया जाए।
मौसमी बीमारियों से निपटने की तैयारी
राजस्थान में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के साथ ही कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए आयुर्वेद विभाग को काढ़े के वितरण और जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।
आयुर्वेद विभाग को निर्देशित किया गया है कि वे शिविर लगाकर जनता को मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय बताएं और आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण सुनिश्चित करें। साथ ही, कलेक्टर ने आम जनता को भी सावधानी बरतने और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करने की सलाह दी।
कलेक्टर का ‘सिंघम’ अंदाज और अधिकारियों को चेतावनी
बीकानेर कलेक्टर नम्रता वृष्णि की कार्यशैली ने अब टीना डाबी की तरह चर्चा का विषय बनना शुरू कर दिया है। बैठक के दौरान उनके सख्त तेवरों ने अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शराब की दुकानों पर देर रात तक बिक्री हो या बिना नंबर प्लेट के वाहन, कलेक्टर ने सभी विभागों को अपने कार्यों में सक्रियता लाने और जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो अधिकारी अपने काम में लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।