शोभना शर्मा। जयपुर की ऐतिहासिक बड़ी चौपड़ पर 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर परंपरागत रूप से बीजेपी और कांग्रेस ने अलग-अलग दिशाओं में ध्वजारोहण किया। भारतीय लोकतंत्र की इस गौरवशाली परंपरा में सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी बात रखी। इस अवसर पर संविधान, आजादी और गणतंत्र की महत्ता पर जोर दिया गया।
बीजेपी ने पूर्व दिशा में किया झंडारोहण
सत्तापक्ष की ओर से उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बड़ी चौपड़ के पूर्व दिशा में झंडारोहण किया। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, विधायक गोपाल शर्मा, महापौर कुसुम यादव और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस दौरान दीया कुमारी ने देश के महापुरुषों और संविधान की महत्ता को रेखांकित करते हुए देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं।
दीया कुमारी ने कहा, “हमारे महापुरुषों ने आजादी के लिए जो संघर्ष किया, उसके कारण ही आज हम एक स्वतंत्र गणराज्य हैं। हमारा संविधान हम सबके लिए गर्व का विषय है। देश को विकसित भारत बनाने में हम सभी को योगदान देना होगा।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भारतीय संविधान को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा संविधान के प्रति सम्मान दिखाया है। उन्होंने कहा, “संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की विरासत को बचाने और बढ़ाने में भाजपा सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।”
जयपुर सांसद मंजू शर्मा ने बलिदान और संविधान की गरिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने कर्तव्यों और अधिकारों का पालन करना चाहिए।
कांग्रेस ने पश्चिम दिशा में किया ध्वजारोहण
विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पश्चिम दिशा में ध्वजारोहण किया। उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़ और कई अन्य नेता मौजूद रहे।
टीकाराम जूली ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान की विशेषताओं और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमारा संविधान दुनिया का सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ संविधान है। यह हर धर्म, जाति और वर्ग के लोगों को समानता का अधिकार देता है।”
हालांकि, जूली ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा संविधान को बदलने की बात करती है और समाज में धर्म और जाति के नाम पर विभाजन फैला रही है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि संविधान की गरिमा बनी रहे।”
उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने संविधान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
संविधान और गणतंत्र पर जोर
दोनों दलों के नेताओं ने भारतीय संविधान की सराहना करते हुए इसकी रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर जयपुर की बड़ी चौपड़ पर उत्सव जैसा माहौल रहा। झंडारोहण के साथ राष्ट्रगान का आयोजन किया गया और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को नमन किया गया।
गणतंत्र दिवस: समर्पण और सवाल
जहां सत्तारूढ़ भाजपा ने संविधान की उत्कृष्टता और महत्ता को रेखांकित किया, वहीं कांग्रेस ने संविधान की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की बात की और भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए। यह ध्वजारोहण कार्यक्रम एक बार फिर यह दर्शाता है कि गणतंत्र दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।