शोभना शर्मा। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोमवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित संगठन पर्व कार्यशाला के दौरान मीडिया से बातचीत में विधानसभा उपचुनाव पर अपनी राय रखी। राठौड़ ने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से सभी विधानसभा सीटों का दौरा कर चुके हैं जहां उपचुनाव हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं में उपचुनाव को लेकर गजब का उत्साह है और सभी सातों सीटों पर जीत का भरोसा है।
राठौड़ ने आगे बताया कि पार्टी के चयनित उम्मीदवारों को लेकर भी कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ता भी हमारी पसंद की सराहना कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि हमारे द्वारा चुने गए प्रत्याशी अच्छे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि आधा चुनाव हम जीत चुके हैं और बाकी का चुनाव हम अपने कार्यकर्ताओं के दम पर जीतेंगे।”
मदन राठौड़ ने अपने बयान में बीजेपी की लोकतांत्रिक परंपरा का जिक्र किया और कहा कि पार्टी में अध्यक्ष का चयन वंशानुगत तरीके से नहीं होता, बल्कि पूरी तरह से लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत किया जाता है। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 2500 से ज्यादा राजनीतिक पार्टियां हैं लेकिन उनमें से अधिकतर या तो परिवार केंद्रित हैं या किसी एक व्यक्ति की पार्टी बन गई हैं। उन्होंने कहा, “बीजेपी में ऐसा नहीं है। हमारे यहां जो भी अध्यक्ष बनता है, वह वंशानुगत नहीं होता। संगठन पर्व के माध्यम से सभी स्तर पर चुनाव होंगे और अंततः प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।”
राठौड़ ने बताया कि पार्टी का चुनावी संगठन पर्व पूरी तरह से ग्रासरूट स्तर पर किया जाता है, जो बूथ स्तर से शुरू होता है। सबसे पहले बूथ स्तर पर चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद मंडल स्तर पर चुनाव होगा, जो जिला अध्यक्ष का चयन करेगा। इसके बाद जिला स्तर से प्रदेश प्रतिनिधियों का चयन किया जाएगा, जिनमें से कोई भी प्रदेशाध्यक्ष के रूप में चुना जा सकता है।
राठौड़ ने जोर देकर कहा कि बीजेपी की इस लोकतांत्रिक प्रणाली के कारण कार्यकर्ताओं में भी एक खास तरह का उत्साह देखने को मिलता है। उनके मुताबिक, पार्टी में हर कार्यकर्ता को यह अवसर मिलता है कि वह अपनी मेहनत और कार्य के आधार पर उन्नति कर सके। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली पार्टी के हर कार्यकर्ता में आत्मविश्वास भरती है और यही वजह है कि बीजेपी चुनावों में अपने संगठनात्मक ताकत के बल पर जीत दर्ज करती है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने यह भी बताया कि संगठन पर्व के माध्यम से पार्टी न सिर्फ नए नेतृत्व को मौका देती है बल्कि कार्यकर्ताओं में भी नया जोश और उत्साह भरती है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी की यही रणनीति काम करेगी। राठौड़ ने इस बात पर जोर दिया कि बीजेपी का मुख्य उद्देश्य पार्टी में लोकतंत्र बनाए रखना है और यही कारण है कि किसी को भी पता नहीं होता कि अगला प्रदेशाध्यक्ष कौन बनेगा।
राठौड़ के इस बयान से स्पष्ट है कि बीजेपी न सिर्फ अपने उम्मीदवारों पर भरोसा जताती है बल्कि कार्यकर्ताओं के जोश और पार्टी की आंतरिक लोकतांत्रिक प्रणाली पर भी विश्वास करती है। उन्होंने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा कि पार्टी सभी सातों सीटों पर जीतने का प्रयास कर रही है और उनके कार्यकर्ताओं का जोश और समर्थन पार्टी को इस लक्ष्य तक पहुंचाने में सहायक होगा।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के इस बयान ने उपचुनाव को लेकर बीजेपी की स्थिति को मजबूत दर्शाने की कोशिश की है।