शोभना शर्मा। राजस्थान के दौसा जिले की महवा तहसील के पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह मामला नाबालिग लड़कियों की पहचान उजागर करने और इसे सोशल मीडिया पर वायरल करने से जुड़ा है। बालाहेड़ी थाने में दर्ज इस मुकदमे के बाद विवाद और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
मामला कैसे शुरू हुआ?
14 दिसंबर 2024 को बालाहेड़ी थाने में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी समेत पांच अन्य नाबालिग लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करवाई थी। यह शिकायत एक शिक्षक के खिलाफ थी। इस मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने इन लड़कियों की पहचान उजागर करते हुए इस घटना को सोशल मीडिया पर वायरल किया।
सोशल मीडिया पर विवाद
ओमप्रकाश हुड़ला पर आरोप है कि उनके फेसबुक अकाउंट से पीड़ित लड़कियों की पहचान से जुड़ी जानकारी शेयर की गई। इस घटना को लेकर गगवाना के सरपंच अशोक मीणा ने बालाहेड़ी थाने में शिकायत दर्ज करवाई। थाने ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हुड़ला के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
ओमप्रकाश हुड़ला की सफाई
पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने इस मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह मुकदमा डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों द्वारा उनके खिलाफ रचा गया षड्यंत्र है। उन्होंने दावा किया कि उनके फेसबुक पेज से जुड़ी पोस्ट उनके स्टाफ द्वारा हैंडल की जाती है और उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।
उन्होंने कहा, “यदि मेरे फेसबुक पेज से कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट शेयर हुई है, तो मैं माफी मांगता हूं। दलित बेटियों को न्याय दिलाने के लिए मैं हमेशा संघर्षरत रहूंगा। अगर इसके लिए मुझे दंडित भी होना पड़े, तो मैं तैयार हूं।”
राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप
हुड़ला ने आरोप लगाया कि इस मुकदमे के पीछे डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और उनके कार्यकर्ताओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र जाटव की फेसबुक पोस्ट को उनकी पोस्ट बताकर वायरल किया गया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह दलित समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
बालाहेड़ी थाने के प्रभारी हनुमान सहाय ने पुष्टि की कि इस मामले में नाबालिग लड़कियों की पहचान उजागर करने के चलते हुड़ला के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
दलित बेटियों के लिए हुड़ला का समर्थन
हुड़ला ने अपने बयान में कहा कि वह हमेशा दलित समाज और बेटियों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, “दलित बेटियों के लिए न्याय की लड़ाई मेरी प्राथमिकता है। मैं हमेशा उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तत्पर रहूंगा।”
विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार और संबंधित नेताओं पर सवाल उठाए हैं। वहीं, हुड़ला के समर्थकों ने इसे उनकी छवि खराब करने की साजिश बताया है।