मनीषा शर्मा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने राजस्थान के 5 स्कूलों समेत कुल 27 स्कूलों को नोटिस जारी किए हैं। यह कार्रवाई स्कूलों में पाई गई अनियमितताओं के चलते की गई है। राजस्थान के जिन स्कूलों को नोटिस भेजे गए हैं, उनमें कोटा के 3 और सीकर के 2 स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में हाजिरी रजिस्टर में गड़बड़ियां मिली हैं, साथ ही एडमिशन की संख्या अधिक दिखाई गई है, लेकिन कक्षाओं में उतने छात्र उपस्थित नहीं मिले।
CBSE के सचिव ने दिल्ली की 22 और अजमेर रीजन (राजस्थान) के 5 स्कूलों से 13 सितंबर को जारी नोटिस के तहत जवाब मांगा है। यह कदम सीबीएसई के निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों के आधार पर उठाया गया है।
निरीक्षण के दौरान मिली अनियमितताएं
CBSE के अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण में यह पाया गया कि कई स्कूलों ने सीबीएसई के नियमों का पालन नहीं किया है। स्कूलों की बिल्डिंग्स भी बोर्ड के मानकों के अनुरूप नहीं थी। इसके अलावा, सबसे गंभीर अनियमितता यह रही कि उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज छात्रों की संख्या अधिक थी, लेकिन जब कक्षाओं का निरीक्षण किया गया, तो छात्रों की वास्तविक उपस्थिति कम पाई गई। इससे बोर्ड के नियमों के पालन पर संदेह उत्पन्न हुआ है।
स्कूलों में नामांकन और उपस्थिति के रिकॉर्ड में विसंगतियां सामने आई हैं। कई स्कूलों ने कक्षा 11 और 12 में ऐसे छात्रों का नामांकन दिखाया है जो नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते। इन अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए, CBSE ने संबंधित स्कूल संचालकों से जवाब तलब किया है।
छात्रों की अनुपस्थिति और बुनियादी ढांचे में कमी
जांच में यह भी पाया गया कि कई स्कूलों ने सीबीएसई द्वारा निर्धारित बुनियादी ढांचे के मानकों का उल्लंघन किया है। इसके कारण न केवल शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, बल्कि छात्रों की सुरक्षा भी खतरे में है। खास तौर पर, स्कूलों में शारीरिक उपस्थिति के नियमों का उल्लंघन प्रमुख समस्या के रूप में सामने आया है। इन स्कूलों ने अधिक नामांकन दिखाकर छात्रों की संख्या बढ़ा दी थी, जबकि कक्षाओं में वास्तविक रूप से उतने छात्र उपस्थित नहीं थे।
इस तरह की अनियमितताओं से यह सवाल खड़ा होता है कि इन स्कूलों में शिक्षा के स्तर पर कितना ध्यान दिया जा रहा है और छात्रों की सुरक्षा के लिए किस हद तक जिम्मेदारी निभाई जा रही है। बुनियादी ढांचे से जुड़ी समस्याओं में मुख्य रूप से स्कूल की बिल्डिंग का सही निर्माण न होना और जरूरी संसाधनों की कमी शामिल है।
राजस्थान के 5 स्कूलों में मिली गड़बड़ियां
राजस्थान के 5 स्कूलों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिनमें से 3 कोटा और 2 सीकर के स्कूल हैं। इन स्कूलों में निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कक्षाओं में अनुपस्थित छात्रों की संख्या काफी अधिक थी। वहीं, स्कूलों द्वारा एडमिशन के आंकड़े बढ़ाकर दिखाए गए थे। ऐसे में, सीबीएसई ने इन स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्होंने इस तरह की अनियमितताएं क्यों कीं।
CBSE की सख्त कार्रवाई
सीबीएसई ने साफ किया है कि अगर स्कूलों से संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन स्कूलों को नियमों का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, और उनके खिलाफ गंभीर कदम उठाए जा सकते हैं, जिसमें उनकी मान्यता रद्द करना भी शामिल हो सकता है। सीबीएसई की यह सख्ती यह दिखाती है कि बोर्ड अपने मानकों का पालन कराने में कोई ढिलाई नहीं बरत रहा है और वह शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर काफी गंभीर है।
CBSE के इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी स्कूल बोर्ड के निर्धारित नियमों और मानकों का पालन करें। इसका मुख्य फोकस यह है कि छात्रों को एक सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके और कोई भी स्कूल किसी प्रकार की अनियमितता न करे।