शोभना शर्मा। अजमेर में सिंधी समाज ने चेटीचंड 2025 का भव्य उत्सव मनाया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। रविवार को निकाली गई शोभायात्रा में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी शामिल हुए और समाज के लोगों के साथ गरबा और डांडिया खेलकर उत्सव की शोभा बढ़ाई।
शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान झूलेलाल की स्तुति की और भक्ति में लीन होकर जयकारे लगाए। इस दौरान पूरे शहर में उत्सवी माहौल बना रहा और श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में नजर आए।
शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण
50 से अधिक सजीव झांकियां, जो भगवान झूलेलाल के जीवन, सिंधी संस्कृति और समाज की परंपराओं को दर्शा रही थीं।
श्रद्धालुओं ने पारंपरिक वेशभूषा में शोभायात्रा में भाग लिया और ढोल-नगाड़ों की धुन पर नृत्य किया।
शहरवासियों ने जगह-जगह फूलों की वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।
श्रद्धालुओं को प्रसाद और मिठाई वितरित की गई, जिससे पूरे शहर में उत्साह का माहौल बना रहा।
युवा, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक पूरे जोश और श्रद्धा के साथ भगवान झूलेलाल की आराधना में लीन दिखे।
वासुदेव देवनानी ने दिया सिंधी समाज को संदेश
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने चेटीचंड, नवरात्रि और राजस्थान दिवस की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज की संस्कृति और परंपराएं भारतीय धरोहर का अभिन्न अंग हैं। समाज की एकजुटता और संस्कारों को बनाए रखना आवश्यक है, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी अपनी समृद्ध परंपराओं से जुड़ी रहें।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक सहयोग
शोभायात्रा में सिंधी समाज के वरिष्ठ नेताओं, गणमान्य नागरिकों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पूरे कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, जिससे आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
सिंधी समाज ने दिया भाईचारे का संदेश
चेटीचंड महोत्सव सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे, प्रेम और एकता का प्रतीक भी है। सिंधी समाज ने इस भव्य आयोजन के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जीवंत बनाए रखने का संदेश दिया।