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मुख्यमंत्री का प्रदूषण पर संदेश: हर साल 15 पेड़ लगाना जरूरी

मुख्यमंत्री का प्रदूषण पर संदेश: हर साल 15 पेड़ लगाना जरूरी

मनीषा शर्मा। जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित “इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काईज” कार्यक्रम के दौरान, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने न केवल वायु प्रदूषण के प्रमुख कारणों पर ध्यान दिलाया, बल्कि उससे बचने के उपाय भी सुझाए।

AC का 19 डिग्री पर इस्तेमाल गलत

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि हमारे घरों में एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसे कम तापमान पर चलाना एक बड़ी गलती है। उन्होंने बताया कि जब हम AC को 18-19 डिग्री पर चलाकर कंबल ओढ़कर सोते हैं, तो इससे निकलने वाली गर्म हवा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है। इस गर्म हवा से वायु प्रदूषण बढ़ता है, जो लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। उन्होंने सुझाव दिया कि AC को 23-24 डिग्री पर चलाना चाहिए ताकि न केवल हम खुद को आराम दे सकें, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सकें।

उन्होंने कहा, “हमें आवश्यकता से अधिक AC का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे न केवल बिजली की खपत कम होगी बल्कि पर्यावरण पर भी इसका अच्छा असर पड़ेगा।”

गाड़ी रखने वालों को हर साल 15 पौधे लगाने का प्रण लेना चाहिए

मुख्यमंत्री ने वायु प्रदूषण की एक और बड़ी वजह का उल्लेख करते हुए कहा कि जिनके पास गाड़ी है, उन्हें हर साल कम से कम 10 से 15 पौधे लगाने चाहिए। उनका मानना है कि गाड़ियों से निकलने वाला धुआं और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पेड़ों का रोपण बहुत महत्वपूर्ण है।

कुछ लोग सवाल करते हैं कि अगर उनके घर में पौधे लगाने की जगह नहीं है, तो वे क्या करें? मुख्यमंत्री का सुझाव था कि अगर आपके घर में जगह नहीं है, तो आप सार्वजनिक स्थलों पर पौधे लगा सकते हैं। इस तरह, प्रदूषण को कम करने में हर व्यक्ति का योगदान हो सकता है।

प्रदूषण फैलाने वालों को टोकने का आह्वान

शर्मा ने सभा में मौजूद लोगों से अपील की कि अगर कोई व्यक्ति प्रदूषण फैलाते हुए दिखे, तो उसे टोकें। यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम ऐसे लोगों को रोकें और उन्हें जागरूक करें कि वे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं।

उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने पर भी जोर दिया। यह न केवल प्रदूषण को कम करने का एक तरीका है, बल्कि सड़कों पर यातायात का बोझ भी कम करता है।

करोड़ों के मकान, लेकिन सड़कों पर कचरा फैला है

मुख्यमंत्री शर्मा ने शहरों में बढ़ते कचरे और प्रदूषण की समस्या पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों को भव्य और सुंदर बनाने में लाखों-करोड़ों रुपए खर्च करते हैं, लेकिन उनके घरों के बाहर की स्थिति बिल्कुल उलट होती है।

उन्होंने कहा, “हम अपने घरों के अंदर का वातावरण तो ठीक रखते हैं, लेकिन बाहर सड़कों पर कचरा फैला हुआ होता है। घर से निकलने वाला कचरा और गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है, जिससे सड़कों का खराब होना और गंदगी फैलना आम बात हो गई है।”

स्वच्छ पर्यावरण के लिए हमें करनी होगी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें और खुद को जिम्मेदार नागरिक के रूप में साबित करें। हमें सड़कों पर कचरा नहीं फेंकना चाहिए, और अगर कोई ऐसा कर रहा है तो उसे रोकना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण में सभी की भागीदारी आवश्यक है, और हर व्यक्ति को अपनी तरफ से एक छोटा सा प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से यह अपील की कि वे अपने घर और आस-पास के क्षेत्रों को साफ-सुथरा रखें और साथ ही पर्यावरण को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाएं।

प्रदूषण नियंत्रण के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक इस्तेमाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को प्रदूषण कम करने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक उपयोग करना चाहिए। अगर हम सभी सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करेंगे तो इससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी और सड़कों पर ट्रैफिक भी कम होगा।

उन्होंने कहा, “हमें अपने जीवन में बदलाव लाना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अपनी गाड़ियों का उपयोग कम से कम करें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के महत्व को समझें।”

छोटे कदम, बड़ा बदलाव

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए हमें छोटे-छोटे कदम उठाने होंगे, जैसे कि हर साल पौधे लगाना, AC का सही तापमान पर उपयोग करना, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना, और कचरा फैलाने वालों को टोकना।

उन्होंने कहा, “अगर हम इन छोटे कदमों को अपने जीवन में अपनाते हैं, तो हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर पर्यावरण छोड़ सकते हैं।”

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