शोभना शर्मा। राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आज सुबह सचिवालय के मुख्य भवन का औचक निरीक्षण किया, जिससे पूरे सचिवालय में हड़कंप मच गया। इस अचानक दौरे में कई उच्च पदस्थ अधिकारी अपनी सीटों से अनुपस्थित पाए गए, जिससे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना बनती दिख रही है। मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण के दौरान प्रमुख शासन सचिव (डीओपी) वैभव गैलरिया भी उनके साथ मौजूद थे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा सुबह ऑफिस के खुलने के समय हुआ, जब अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यस्थलों पर पहुँचते हैं। मुख्यमंत्री ने लगभग 30 मिनट तक सचिवालय के विभिन्न कक्षों का जायजा लिया और अधिकारियों की उपस्थिति तथा कार्यप्रणाली का आकलन किया। यह निरीक्षण मुख्य रूप से अनुशासन और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया था।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, इस औचक निरीक्षण में कई महत्वपूर्ण अधिकारी अपनी सीटों से अनुपस्थित पाए गए। इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह कदम साफ दर्शाता है कि वे प्रशासन में अनुशासन और कार्य के प्रति जिम्मेदारी को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री के इस दौरे के बाद, सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी अपनी उपस्थिति और कार्यशैली को लेकर सजग हो गए हैं। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएंगे। इस निरीक्षण के बाद सचिवालय में अधिकारियों की उपस्थिति और कार्य के प्रति उनकी निष्ठा पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री के इस सख्त रवैये से प्रशासनिक तंत्र में एक स्पष्ट संदेश गया है कि कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह औचक निरीक्षण सरकार की ओर से प्रशासन में सुधार के प्रयासों का एक हिस्सा है, जो कि भविष्य में भी जारी रह सकता है।