मनीषा शर्मा। राजस्थान की सियासत में बयानबाजी ने नया मोड़ ले लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भजनलाल सरकार को लेकर “सर्कस” वाले बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। इस बयान पर भजनलाल सरकार के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए तीखा पलटवार किया। उन्होंने गहलोत और कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कांग्रेस के पिछले कार्यकाल को “सर्कस” करार दिया।
गहलोत के “सर्कस” वाले बयान पर बवाल
अशोक गहलोत ने हाल ही में कांग्रेस की पुरानी सरकार की आलोचना करते हुए इसे “सर्कस” कहा, जिसमें मंत्री और विधायक होटलों में बंद थे। उन्होंने कहा कि उस समय कांग्रेस सरकार खुद को पुलिस सुरक्षा में रखने को मजबूर थी। गहलोत का बयान कांग्रेस के पिछले कार्यकाल के राजनीतिक संकट को लेकर था, जिसमें पार्टी के भीतर कई विवाद और बगावत के किस्से सामने आए थे।
राठौड़ का जवाब: “सर्कस तो कांग्रेस की सरकार में हुआ था”
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत के बयान का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में सर्कस हुआ था, जब उनके विधायक और मंत्री पांच सितारा होटलों में पुलिस की सुरक्षा में बंद थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की भजनलाल सरकार ने बेहतर तरीके से प्रबंधन किया और राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखा। राठौड़ के अनुसार, गहलोत और सचिन पायलट के बीच के सियासी संकट के दौरान कांग्रेस सरकार ने लोगों की सेवा की बजाय खुद को होटलों में बंद रखा, जो एक सर्कस से कम नहीं था।
राज्यवर्धन सिंह की सरकार की उपलब्धियाँ
मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि भजनलाल सरकार ने राजस्थान में निवेश बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक राजस्थान में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के माध्यम से 12 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) साइन किए जा चुके हैं। इस निवेश को धरातल पर उतारने का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिससे राज्य आर्थिक रूप से मजबूत हो सके।
राठौड़ के अनुसार, भजनलाल सरकार ने न केवल राज्य में निवेश लाने के लिए प्रयास किया है, बल्कि लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में निवेश का अधिकतर काम केवल कागजों पर था और वास्तविकता में धरातल पर कुछ खास नहीं हुआ।
“हम जिम्मेदार सरकार हैं, सर्कस नहीं करते”
राठौड़ ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि उनकी सरकार कुर्सी पर रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों को नहीं छोड़ती। वे राज्य के लोगों की सेवा में समर्पित हैं और प्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि सर्कस कांग्रेस की पुरानी आदत है और इसलिए गहलोत ऐसे बयान दे रहे हैं।
कांग्रेस के खिलाफ राठौड़ का हमला
राज्यवर्धन सिंह ने कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक और मंत्री राज्य की समस्याओं को हल करने की बजाय केवल राजनीति में उलझे रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही है, वे केवल कागजी योजनाओं और दिखावटी घोषणाओं में उलझी रही है, जबकि भजनलाल सरकार ने वास्तविक काम करके दिखाया है। राठौड़ ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता उस दौरान विधानसभा में आपत्तिजनक बयानों में उलझे रहते थे, जबकि भाजपा की सरकार ने वास्तविक समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
राजस्थान में सर्कस की राजनीति
राजस्थान में सियासी घटनाओं के बीच, कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच बयानबाजी ने एक नया मोड़ ले लिया है। गहलोत के “सर्कस” वाले बयान और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के जवाब ने सियासी माहौल को गरमा दिया है।