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पचपदरा रिफाइनरी पर सरकार और विपक्ष में टकराव

पचपदरा रिफाइनरी पर सरकार और विपक्ष में टकराव

मनीषा शर्मा। पचपदरा रिफाइनरी, जो राजस्थान के औद्योगिक और आर्थिक विकास में अहम योगदान देने वाली परियोजना है, पर सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों ने रिफाइनरी के निर्माण, देरी और संभावनाओं पर नई बहस छेड़ दी है।

भजनलाल शर्मा का दौरा और बयान

शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उद्योग राज्यमंत्री केके विश्नोई ने बालोतरा जिले के पचपदरा स्थित रिफाइनरी का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने रिफाइनरी में नाइट्रोजन प्लांट का उद्घाटन किया और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) के अधिकारियों से परियोजना की प्रगति पर चर्चा की।

सीएम शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि रिफाइनरी का काम 90% से अधिक पूरा हो चुका है और कच्चे तेल की रिफाइनिंग का कार्य अगले 3-4 महीनों में शुरू हो जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ढुलमुल कार्यशैली के कारण परियोजना में देरी हुई और इसकी लागत 40 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 70 हजार करोड़ रुपये हो गई।

अशोक गहलोत का पलटवार

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए और ट्वीट के माध्यम से भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने रिफाइनरी परियोजना में एक साल बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 2013 में रिफाइनरी का शिलान्यास किया था, लेकिन भाजपा सरकार के कार्यकाल में 5 साल तक इस पर कोई काम नहीं हुआ।

गहलोत ने सरकार से आग्रह किया कि रिफाइनरी के साथ पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और औद्योगिक गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि पचपदरा रिफाइनरी राजस्थान के आर्थिक विकास के लिए अहम है और इसके आसपास प्लास्टिक आधारित उद्योगों की स्थापना से हजारों रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं।

पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स पर गहलोत का सुझाव

गहलोत ने कहा कि सरकार को बड़ौदा, गुजरात में स्थित पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स से सीख लेनी चाहिए और पचपदरा रिफाइनरी के पास ऐसे उद्योगों के लिए जमीन विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान को इस परियोजना से अधिकतम लाभ उठाने के लिए पहले से तैयारी करनी होगी।

राजेंद्र राठौड़ का बयान

भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी गहलोत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस ने जानबूझकर रिफाइनरी परियोजना को लटकाया, जिससे इसकी लागत दोगुनी हो गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नेतृत्व वाली सरकार ने एक साल में परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया है और इसे शीघ्र शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

रिफाइनरी की वर्तमान स्थिति

पचपदरा रिफाइनरी की 9 यूनिट्स में से 90% से अधिक काम पूरा हो चुका है। यह रिफाइनरी आधुनिक तकनीक पर आधारित है और इससे 100 से अधिक प्रकार के पेट्रोकेमिकल उत्पाद तैयार होंगे। यह उत्पाद न केवल उत्तर भारत, बल्कि पूरे देश में वितरित किए जाएंगे।

औद्योगिक विकास और रोजगार की संभावनाएं

सरकार ने रिफाइनरी के पास रीको द्वारा प्लग एंड प्ले आधारित व्यवस्था की घोषणा की है। यह उद्यमियों को कम पूंजी में उद्योग शुरू करने में मदद करेगा। इसके परिणामस्वरूप आसपास के इलाकों में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी और हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

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