शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दौसा में एक कार्यक्रम के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने अपने इस्तीफे के बारे में कहा, “भजनलाल सरकार में मेरा पता ही नहीं, मंत्री हूं कि नहीं। इस्तीफा दे दिया, कुछ तय नहीं हो पा रहा।” उनके इस बयान ने इस्तीफे को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
इसके जवाब में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने स्पष्ट किया, “डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा मंत्री हैं, मंत्री थे और रहेंगे। वे हमेशा लोगों के विकास की चिंता करते हैं, ये मंत्री ही रहेंगे।” जब किरोड़ी लाल से बेढ़म के बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने पहले अपने मुंह पर उंगली रख ली और बाद में कहा, “मैं पार्टी का संतरी हूं, मंत्री और संतरी पार्टी की नजर में बराबर होते हैं।”
भवानी जागने पर वापस लेंगे इस्तीफा
पिछले दिनों किरोड़ी लाल मीणा ने अपने इस्तीफे को लेकर कहा था कि वे किसी से नाराज नहीं हैं, बल्कि नाराजगी खुद से है। उन्होंने कहा, “मैं 45 साल से जनता के बीच में संघर्ष कर रहा हूं, लेकिन जनता के संघर्ष को वोटों में बदल पार्टी में नहीं डलवा पाया। जब भवानी जागेगी, तब मान जाऊंगा।”
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर रही है। कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में कहा, “आपदा राहत मंत्री का कोई अता-पता नहीं है। उनके इस्तीफे पर 45 दिन बाद भी फैसला नहीं हुआ।” सचिन पायलट ने भी कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को बीजेपी ने मन से नहीं मनाया, इसलिए वे अभी तक इस्तीफा वापस नहीं ले रहे हैं।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि किरोड़ी को मना लिया जाएगा, क्योंकि वे पार्टी के सम्मानित नेता हैं। इस बयान के बाद भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर तीखी बयानबाजी जारी है।
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर बनी असमंजस की स्थिति ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचा दी है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे स्थिति और भी जटिल होती जा रही है।