शोभना शर्मा। राजस्थान में 7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान के दौरान कई घटनाएं और विवाद सामने आए हैं। चुनाव की समाप्ति के बाद मतदान केंद्रों पर लाइन में लगे मतदाताओं को ही वोट डालने की अनुमति थी, लेकिन दिनभर का मतदान विवादास्पद रहा। देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता मतदान केंद्र पर सबसे गंभीर मामला सामने आया, जहाँ निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने कथित रूप से एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इस थप्पड़ कांड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिससे पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है।
कौन हैं नरेश मीणा?
नरेश मीणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सचिन पायलट के करीबी माने जाते रहे हैं। वह देवली-उनियारा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिससे नाखुश होकर उन्होंने बागी रुख अपना लिया। कांग्रेस ने उन्हें नामांकन वापस लेने को कहा, लेकिन नरेश मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।
थप्पड़ मारने का कारण क्या था?
घटना के दौरान मतदान केंद्र पर नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर मीणा ने चौधरी को थप्पड़ मार दिया। पुलिस ने माहौल को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन तनाव का माहौल बना रहा। यह स्पष्ट नहीं है कि विवाद का वास्तविक कारण क्या था, परंतु माना जा रहा है कि इसे लेकर प्रशासन द्वारा जांच चल रही है।
घटना का वीडियो और वायरल हुए नारेबाजी
इस घटनाक्रम का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें नरेश मीणा को एसडीएम के पास जाते और उन पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में मतदान केंद्र पर मची भगदड़ भी नजर आती है। घटना के बाद मीणा के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। समर्थकों का कहना है कि नरेश मीणा के साथ प्रशासन ने अनुचित व्यवहार किया।
कांग्रेस का रुख और बागी उम्मीदवारों की चुनौतियां
कांग्रेस पार्टी में बगावत का यह मुद्दा लगातार बढ़ता जा रहा है। राजस्थान में पार्टी की आंतरिक राजनीति में पहले से ही खटास है, और सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मतभेद भी समय-समय पर सामने आते रहे हैं। नरेश मीणा जैसे नेताओं का बागी रूप अपनाना पार्टी के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस घटना को लेकर गंभीर है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
पुलिस ने इस घटना पर संज्ञान लिया है और मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें अभी इस बात का स्पष्ट कारण नहीं पता चल सका है कि आखिर क्यों नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी पर हमला किया। इस थप्पड़ कांड से देवली-उनियारा उपचुनाव का माहौल और गर्म हो गया है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि आगे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाला जा सके।
चुनावी माहौल पर प्रभाव और संभावित परिणाम
इस थप्पड़ कांड से देवली-उनियारा उपचुनाव का माहौल पूरी तरह गरमा गया है। नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने की घटना ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना दिया है। इससे न केवल उपचुनाव पर असर पड़ सकता है बल्कि राज्य की राजनीति में भी इसकी गूंज सुनाई दे सकती है। इस प्रकार की घटनाएं मतदाताओं पर भी प्रभाव डाल सकती हैं और कई बार चुनाव परिणाम को भी प्रभावित कर सकती हैं।
देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान घटित नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच का यह थप्पड़ कांड एक बड़ा राजनीतिक विवाद बन चुका है। इस घटना ने एक ओर जहां चुनावी माहौल को गरमाया है, वहीं दूसरी ओर इससे कांग्रेस पार्टी में बागी तेवरों का एक नया उदाहरण भी पेश हुआ है। आने वाले दिनों में इस घटनाक्रम पर पुलिस की जांच और संभावित कार्यवाही पर सबकी नजरें रहेंगी।
चुनाव के इस तनावपूर्ण माहौल में देखना दिलचस्प होगा कि यह घटना नरेश मीणा के चुनावी भाग्य को किस दिशा में ले जाती है और क्या इससे कांग्रेस पार्टी में और विभाजन की स्थिति उत्पन्न होती है।