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सीएम के सरपंच बनने की तस्वीर पर कांग्रेस का सियासी हमला

सीएम के सरपंच बनने की तस्वीर पर कांग्रेस का सियासी हमला

शोभना शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कार्यकाल को दिसंबर में एक साल पूरा होने वाला है। इस अवसर पर सरकार ने राज्यभर में जश्न मनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच, सीएम भजनलाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर अपनी 24 साल पुरानी एक तस्वीर साझा की है। यह तस्वीर 2000 में उनके सरपंच बनने के ऐतिहासिक क्षण की है। जहां यह पोस्ट जनता के बीच उनकी राजनीतिक यात्रा को साझा करने का प्रयास है, वहीं कांग्रेस ने इसे निशाने पर लेते हुए सरकार की कथनी और करनी में अंतर का आरोप लगाया है।

सीएम भजनलाल शर्मा की पुरानी तस्वीर का सियासी विवाद

सीएम भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीर के साथ लिखा, “यह अविस्मरणीय तस्वीर उस ऐतिहासिक क्षण की साक्षी है, जब 2000 में पैतृक गांव अटारी का सरपंच निर्वाचित हुआ था। यह मेरी राजनीतिक यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव है।” इस तस्वीर में सीएम शर्मा ने भारतीय लोकतंत्र की जीवंत परंपरा और बुजुर्गों के आशीर्वाद का उल्लेख किया है। जहां जनता ने इसे प्रेरणादायक बताया, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस पर सियासी तंज कसते हुए सरकार पर निशाना साधा।

कांग्रेस का तंज: कथनी और करनी में अंतर का आरोप

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता जसवंत गुर्जर ने मुख्यमंत्री पर तंज करते हुए कहा कि सीएम ने जिस संविधान के 73वें और 74वें संशोधन के तहत सरपंच का चुनाव जीता, आज उनकी ही सरकार इस संविधान का पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा,  “आप जिस संविधान के नियम से सरपंच बने, अब आपकी सरकार स्थानीय निकायों और पंचायतों में चुनाव कराने के बजाय प्रशासकों की नियुक्ति कर रही है। यह आपकी कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है।”

चुनाव टालने को लेकर कांग्रेस का विरोध

भजनलाल सरकार ने “वन स्टेट, वन इलेक्शन” के फॉर्मूले को लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत दिसंबर और जनवरी में होने वाले पंचायत और नगर निकाय चुनावों को टाल दिया गया है। 49 शहरी निकायों और 7463 ग्राम पंचायतों के चुनाव फिलहाल स्थगित कर दिए गए हैं। इस निर्णय को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार को घेर रही है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव स्थगित कर प्रशासकों की नियुक्ति करना संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन है। इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार जनता से दूरी बना रही है और स्थानीय निकायों में पारदर्शिता खत्म कर रही है।

मुख्यमंत्री के एक साल के कार्यकाल का जश्न

भजनलाल सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में राज्य सरकार बड़े स्तर पर जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस एक साल के दौरान की गई उपलब्धियों और विकास कार्यों को जनता के बीच प्रस्तुत किया जाए।

प्रमुख तैयारियां:

  1. राज्यस्तरीय कार्यक्रम: जयपुर में एक बड़े समारोह का आयोजन होगा, जिसमें सरकार की उपलब्धियां प्रदर्शित की जाएंगी।

  2. जिलास्तरीय प्रदर्शनी: प्रदेश के सभी जिलों में सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इन कार्यक्रमों की कमान जिले के प्रभारी मंत्री संभालेंगे।

  3. मीडिया कैंपेन: सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को सोशल मीडिया और मुख्यधारा मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का 1 साल का कार्यकाल जहां सरकार की उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर है, वहीं कांग्रेस ने इसे निशाना बनाते हुए राजनीतिक आरोपों की झड़ी लगा दी है। सरपंच बनने की तस्वीर ने उनके समर्थकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया तो पाई है, लेकिन विपक्ष ने इसे कथनी और करनी में अंतर का प्रतीक बताया है। आगामी चुनावों को स्थगित करने और “वन स्टेट, वन इलेक्शन” के फॉर्मूले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तकरार बढ़ने की संभावना है।

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