मनीषा शर्मा। राजस्थान में विधानसभा चुनावों के दौरान राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस और अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का विरोध करना तुष्टीकरण की राजनीति को दर्शाता है।
मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आजादी से पहले भी कांग्रेस ने देश को बांटने का काम किया था, और आज भी धार्मिक आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की 140 करोड़ जनता को एक परिवार मानते हैं। ‘एक हैं तो सेफ हैं’ में क्या गलत है? कांग्रेस को इस नारे से इतनी दिक्कत क्यों है?”
‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर अशोक गहलोत का सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे विभाजनकारी बताया और चुनाव आयोग पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
गहलोत ने कहा कि:
- बीजेपी महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और गोवा जैसे राज्यों में खरीद-फरोख्त की राजनीति कर सत्ता में आई।
- ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसे नारों का इस्तेमाल देश को बांटने के लिए किया जा रहा है।
- अब समय आ गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाया जाए।
मदन राठौड़ का पलटवार: कांग्रेस की नीयत पर सवाल
मदन राठौड़ ने कांग्रेस और अशोक गहलोत पर कड़ा पलटवार करते हुए कहा:
- “जयपुर में एक मौलवी ने गहलोत की मौजूदगी में भड़काऊ बयान दिया था, लेकिन गहलोत चुप रहे।”
- कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए देश को बांटने का काम किया है।
- बीजेपी का नारा ‘एक रहो, सुरक्षित रहो’ लोगों को एकजुट करने की अपील करता है।
उन्होंने गहलोत को चुनौती देते हुए कहा:
“क्या उन्हें एकता और सुरक्षा में भी दिक्कत है?”
‘एक हैं तो सेफ हैं’ और ‘पढ़ोगे तो बढ़ोगे’: नारे पर राठौड़ का बयान
मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कहा:
- “हमने कभी ‘पढ़ोगे तो बढ़ोगे’ जैसे नारों का विरोध नहीं किया।”
- लेकिन कांग्रेस ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे का विरोध कर रही है।
- यह उनकी मानसिकता और तुष्टीकरण की नीति को उजागर करता है।
गहलोत ने उठाए चुनाव आयोग पर सवाल
मुंबई में प्रेस वार्ता के दौरान गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के विवादित नारों और बयानों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ऑपरेशन लोटस के जरिए राजस्थान और अन्य राज्यों में सरकारें गिराने की कोशिश करती रही है।
गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा:
- “बीजेपी का यह दौर देश के इतिहास का काला अध्याय है।”
- कांग्रेस के नेतृत्व में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी जैसी सरकार बनाने का समय आ गया है।
राजनीतिक बयानबाजी की जंग: जनता के लिए क्या मायने?
बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग से यह स्पष्ट है कि दोनों दल चुनावों में अपनी रणनीतियों को लेकर आक्रामक हैं।
- बीजेपी अपनी एकता और सुरक्षा के नारों पर जोर दे रही है।
- कांग्रेस इसे विभाजनकारी और तुष्टीकरण के रूप में देख रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयानबाजी का उद्देश्य जनता को अपने पक्ष में करना है।