मनीषा शर्मा। भरतपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी शत्रुघन तिवारी पर भ्रष्टाचार और खिलाड़ियों के शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं। भरतपुर के खिलाड़ियों ने जयपुर में मुख्यमंत्री और खेल मंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई है। खिलाड़ियों का कहना है कि शत्रुघन तिवारी बाहरी राज्यों के खिलाड़ियों से पैसे लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर राजस्थान से उन्हें खिलाते हैं। साथ ही, खिलाड़ियों से उनके टीए-डीए की मांग कर दबाव बनाते हैं।
खिलाड़ियों की पीड़ा: टीए-डीए मांगने और धमकी देने का आरोप
राजू की शिकायत:
राजस्थान अंडर-19 चैंपियनशिप में भरतपुर की टीम के रिजर्व खिलाड़ी राजू ने आरोप लगाया कि टूर्नामेंट के दौरान जब उन्हें टीए-डीए के रूप में 4147 रुपये मिले, तो शत्रुघन तिवारी ने 2000 रुपये मांगे। राजू ने पैसे देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें धमकाया गया कि भविष्य में उन्हें भरतपुर से खेलने का मौका नहीं मिलेगा।
सौरभ का अनुभव:
भरतपुर के खिलाड़ी सौरभ कुमार ने कहा कि क्वार्टर फाइनल में खेलने के लिए टीम मैनेजर रूपेंद्र उर्फ राइडर ने उनसे 2000 रुपये मांगे। सौरभ ने डरकर पैसे दे दिए। बाद में, जब उन्हें 8147 रुपये टीए-डीए मिला, तो शत्रुघन तिवारी ने 1500 रुपये की मांग की। पैसे नहीं देने पर उन्हें भी करियर खत्म करने की धमकी दी गई।
फर्जी दस्तावेज और बाहरी खिलाड़ियों का चयन
मोनू सत्येंद्र रौतवार, जो भरतपुर में एक क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं, ने आरोप लगाया कि शत्रुघन तिवारी फर्जी दस्तावेज तैयार कर आगरा और अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को राजस्थान टीम में शामिल करते हैं। इन खिलाड़ियों में कार्तिक शर्मा, अनमोल शर्मा, कुश सोलंकी, ध्रुव, अनुज पाराशर, और दिलीप सिंह जैसे नाम शामिल हैं।
एसआर क्रिकेट एकेडमी का दबदबा
शत्रुघन तिवारी और उनके सहयोगी अवधेश खटाना मिलकर एसआर क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं। खिलाड़ियों पर इस एकेडमी को जॉइन करने का दबाव बनाया जाता है। यह भी आरोप है कि भरतपुर टीम में चयन के लिए एसआर क्रिकेट एकेडमी से जुड़े खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है।
खिलाड़ियों की शिकायत: मुख्यमंत्री और खेल मंत्री से न्याय की अपील
भरतपुर के खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री और खेल मंत्री को शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि शत्रुघन तिवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। खिलाड़ियों ने कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत भी प्रस्तुत किए हैं।
शत्रुघन तिवारी का बचाव
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए शत्रुघन तिवारी ने कहा कि सभी आरोप झूठे और राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा हैं। उन्होंने दावा किया कि बीसीसीआई से सिर्फ 16 खिलाड़ियों के लिए टीए-डीए राशि आई थी, जबकि टीम में 20 खिलाड़ी थे। इसलिए सभी में राशि समान रूप से बांटने के लिए पैसे मांगे गए।