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राजस्थान में साइबर ठगी का भंडाफोड़: 11 लड़कियां गिरफ्तार

राजस्थान में साइबर ठगी का भंडाफोड़: 11 लड़कियां गिरफ्तार

शोभना शर्मा। राजस्थान के जोधपुर शहर में साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह देशभर में वाहन चालकों को फ्री सर्विस का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। पुलिस ने गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 11 लड़कियां भी शामिल हैं। गिरोह ने फर्जी कॉल सेंटर के जरिए 6.50 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, सिम कार्ड, फर्जी पहचान पत्र और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।

किराए के मकान में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर

पुलिस ने साइबर अपराध रोकने के लिए चलाए जा रहे “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत कार्रवाई की। कुड़ी हाउसिंग बोर्ड और भगत की कोठी थाना पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दो अलग-अलग स्थानों पर फर्जी कॉल सेंटर पकड़े। पहला कॉल सेंटर कुड़ी थाना क्षेत्र के सेक्टर-9 में एक किराए के मकान में चल रहा था। यहां से पुलिस ने 2 लड़कों और 10 लड़कियों को गिरफ्तार किया।

दूसरा फर्जी कॉल सेंटर भगत की कोठी थाना क्षेत्र के डीपी नगर मधुबन इलाके में पकड़ा गया। यहां से पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया और उसके पास से एक मोबाइल फोन और दो रजिस्टर बरामद किए।

मेंबरशिप के नाम पर ठगी का जाल

जांच में सामने आया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड गौरव पंजाबी और अमित सिंह उर्फ हनी सिंह है। ये दोनों कुड़ी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर-8 के रहने वाले हैं। गिरोह के सदस्य वाहन चालकों का डेटा प्राइवेट कंपनियों से खरीदते थे। कॉल सेंटर में काम करने वाली लड़कियों को रोजाना 10-15 फोन कॉल करने का टारगेट दिया जाता था।

लड़कियां वाहन चालकों को कॉल करके खुद को किसी प्रतिष्ठित कंपनी का प्रतिनिधि बताती थीं। वे यह दावा करती थीं कि उनकी कंपनी पूरे देश में फ्री कार सर्विस देती है। 5 साल तक मुफ्त रिपेयरिंग और सर्विस का झांसा देकर ग्राहकों से 3500 से 4000 रुपये की मेंबरशिप ली जाती थी।

जब ग्राहक गाड़ी खराब होने पर दिए गए नंबर पर संपर्क करते, तो नंबर बंद मिलता था। गिरोह फर्जी सिम कार्ड और किराए के बैंक खातों का इस्तेमाल करता था। ठगी से बचने के लिए वे बार-बार कॉल सेंटर की लोकेशन भी बदलते थे।

पुलिस का बयान और सावधानियां

डीसीपी वेस्ट राजर्षि राज ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि वाहन चालकों की सर्विस एक सामान्य जरूरत है, जिसे गिरोह ने अपनी ठगी का जरिया बनाया। आम लोगों को ऐसे फर्जी ऑफर्स से सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अनजान कॉल या आकर्षक ऑफर पर तुरंत विश्वास न करें और पहले उसकी सत्यता जांच लें।

जोधपुर पुलिस की सक्रियता

जोधपुर पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ अपने अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस गिरोह के उपकरणों और दस्तावेजों को जब्त कर लिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं।

 

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