मनीषा शर्मा, अजमेर। साइबर ठगों ने NRI युवक से 1 करोड़ 24 लाख 34 हजार रुपए ठग लिए। युवक को वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट में बड़ा मुनाफा देने का झांसा दिया गया। उसने अपनी जमा-पूंजी और उधार लेकर यह राशि ठगों को दी। जब उसने रकम निकालने की कोशिश की तो पता चला कि कंपनी का ऐसा कोई वॉट्सऐप ग्रुप नहीं है। युवक ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने दो बीएससी छात्रों, हरीश शर्मा और रघुनाथ चौधरी, को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 28 अन्य लोगों को भी नामजद किया है।
अजमेर SP देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि 6 जुलाई को अजमेर साइबर थाने में मामला दर्ज हुआ था। 15 जुलाई को पुलिस ने हरीश शर्मा और रघुनाथ चौधरी को गिरफ्तार किया। हरीश के पास से 16 लाख 56 हजार 800 रुपए कैश और रघुनाथ के पास से 2 लाख 90 हजार कैश जब्त किए गए। पुलिस ने बैंक खातों में 8 लाख 75 हजार 500 रुपए फ्रीज कराए हैं।
शुरुआती जांच में पता चला कि यह ठगी का नेटवर्क विदेश से संचालित हो रहा है, जिसमें हवाला कारोबारी भी शामिल हैं। दोनों आरोपियों के पास से कई फर्जी अकाउंट मिले हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर लोगों को प्रॉफिट कमाने का झांसा देकर रकम वसूलते थे और उसे क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर भारतीय मुद्रा में वापस लाते थे। फिलहाल, पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।