शोभना शर्मा। साइबर अपराधी अब भारतीय डाक (India Post) के नाम से फर्जी SMS और लिंक भेजकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। ठगों ने नया तरीका अपनाया है जिसमें वे पार्सल डिलीवरी फेल होने का झांसा देकर लोगों से उनकी व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस नए साइबर अपराध को लेकर डीजीपी साइबर क्राइम हेमंत प्रियदर्शी ने एक एडवाइजरी जारी की है।
कैसे होता है यह फर्जीवाड़ा?
फर्जी SMS भेजा जाता है – साइबर अपराधी इंडिया पोस्ट के नाम से एक SMS भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है कि “गलत पते के कारण आपका पार्सल डिलीवर नहीं हो पाया है।”
लिंक पर क्लिक करने का आग्रह – संदेश में एक फर्जी लिंक दिया जाता है, जिस पर क्लिक कर पता अपडेट करने के लिए कहा जाता है।
फर्जी वेबसाइट पर पहुंचाना – लिंक क्लिक करते ही व्यक्ति एक नकली वेबसाइट पर पहुंच जाता है, जो बिल्कुल इंडिया पोस्ट की असली वेबसाइट जैसी दिखती है।
व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल मांगी जाती है – इस फर्जी वेबसाइट पर नाम, पता, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट डिटेल मांगे जाते हैं।
साइबर ठगी होती है – जैसे ही व्यक्ति अपनी जानकारी दर्ज करता है, अपराधी उसकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग कर बैंक खाते से पैसे उड़ा सकते हैं या अन्य फ्रॉड कर सकते हैं।
कैसे बचें इस साइबर ठगी से?
1. आधिकारिक वेबसाइट पर ही करें पार्सल ट्रैकिंग
अगर आपको भारतीय डाक (India Post) से जुड़ी कोई सूचना चाहिए, तो सिर्फ अधिकृत वेबसाइटों पर जाएं और वहीं से ट्रैकिंग करें:
2. फर्जी SMS और लिंक पर क्लिक न करें
कोई भी अनजान लिंक न खोलें।
इंडिया पोस्ट कभी भी SMS या ईमेल के जरिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता।
अगर आपको ऐसा कोई मैसेज मिले तो इसे तुरंत डिलीट कर दें।
3. भारतीय डाक के हेल्पलाइन नंबर पर करें संपर्क
किसी भी संदेहजनक सूचना को जांचने के लिए आप भारतीय डाक के आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
📞 1800 266 6868 (टोल-फ्री)4. साइबर ठगी की सूचना पुलिस को दें
अगर आपको लगता है कि आप किसी ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।
क्या कहा पुलिस ने?
डीजीपी साइबर क्राइम हेमंत प्रियदर्शी ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे फर्जी SMS और लिंक से सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि इंडिया पोस्ट कभी भी किसी भी ग्राहक से SMS के जरिए बैंक डिटेल्स या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई भी व्यक्ति फर्जी लिंक पर क्लिक कर अपनी जानकारी साझा करता है, तो उसकी बैंक डिटेल साइबर अपराधियों के हाथ में चली जाती है, जिससे आर्थिक नुकसान हो सकता है।
पुलिस की एडवाइजरी में दिए गए सुझाव:
कोई भी संदिग्ध लिंक न खोलें।
इंडिया पोस्ट की अधिकृत वेबसाइट पर ही पार्सल ट्रैक करें।
अगर संदेह हो, तो इंडिया पोस्ट के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।
अगर ठगी हो जाए, तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।