शोभना शर्मा। राजस्थान के दौसा जिले में हाल ही में हुए उपचुनाव ने प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। कांग्रेस के प्रत्याशी डीसी बैरवा ने यहां से जीत दर्ज की, जिसके बाद वे क्षेत्र में बेहद सक्रिय हो गए हैं। अपनी जीत के बाद बैरवा ने न केवल क्षेत्रीय मुद्दों पर जोर दिया है बल्कि बीजेपी और किरोड़ी लाल मीणा पर लगातार तंज कसते हुए चर्चा का विषय बने हुए हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा की प्रशंसा
डीसी बैरवा ने हाल ही में दौसा में एक अस्पताल के आयोजन में शिरकत की, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, “सीएम अब दौसा के लिए बेहतर काम कर पाएंगे क्योंकि पिछले कई महीनों से चल रहा ड्रामा अब खत्म हो गया है।” बैरवा ने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री का आधा काम कर दिया है। उनका यह बयान क्षेत्र में बीजेपी और खासतौर पर किरोड़ी लाल मीणा पर एक तंज माना जा रहा है।
“गले की फांस निकल गई है”
डीसी बैरवा ने दौसा उपचुनाव और उसके बाद की स्थिति को लेकर कहा कि, “दौसा की जनता ने मुख्यमंत्री के गले से फांस निकाल दी है।” उन्होंने बिना किरोड़ी लाल मीणा का नाम लिए, उनके इस्तीफे के ड्रामे और बयानबाजी पर निशाना साधा। बैरवा ने इशारों में कहा कि, “जनता को पता है कि पिछले लंबे समय से जो बयानबाजी हो रही थी, वह अब खत्म हो चुकी है।”
किरोड़ी लाल मीणा और इस्तीफे का विवाद
दौसा की राजनीति पिछले कुछ महीनों से किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर गरमाई हुई थी। मीणा ने लोकसभा चुनाव के बाद मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे स्वीकार नहीं किया।
इस्तीफे से जुड़ी मुख्य बातें:
- मीणा के इस्तीफे पर केंद्र तक चर्चा हुई।
- मुख्यमंत्री ने इसे टालने के लिए दिल्ली आलाकमान से कई दौर की चर्चा की।
- विधानसभा में विभागीय जवाब के लिए केके विश्नोई को नियुक्त किया गया।
इस विवाद ने राज्य सरकार और बीजेपी के बीच काफी खींचतान पैदा की।
डीसी बैरवा का बीजेपी पर हमला
डीसी बैरवा ने उपचुनाव में अपनी जीत को जनता की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि दौसा की जनता ने उन पर भरोसा जताया और बीजेपी को करारा जवाब दिया।
बैरवा का बयान:
“बीजेपी के कई मुद्दे सिर्फ ड्रामेबाजी तक सीमित थे। अब जनता ने इन्हें नकार दिया है।” उन्होंने आगे कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा को अब बिना किसी बाधा के क्षेत्रीय विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
दौसा में बदलती राजनीतिक स्थिति
दौसा उपचुनाव ने न केवल कांग्रेस के लिए जीत का मार्ग प्रशस्त किया बल्कि बीजेपी के लिए कई सवाल खड़े किए।
मुख्य मुद्दे:
- किरोड़ी लाल मीणा का प्रभाव कम होना।
- कांग्रेस की सक्रियता बढ़ना।
- क्षेत्रीय विकास को प्राथमिकता देना।
डीसी बैरवा ने अपने बयानों और सक्रियता से यह स्पष्ट कर दिया है कि वे दौसा में कांग्रेस को मजबूत करने और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा की नई भूमिका
डीसी बैरवा ने कहा कि उपचुनाव के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर से राजनीतिक दबाव हट गया है। अब उनके पास दौसा में विकास कार्यों को पूरा करने का अवसर है।
संभावित विकास योजनाएं:
- स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार।
- ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा सुधार।
- शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाना।
दौसा की जनता की उम्मीदें
दौसा उपचुनाव के बाद जनता अब अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद कर रही है। मुख्य समस्याओं में:
सड़क और परिवहन सुविधाओं का अभाव।
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी।
बेरोजगारी और शिक्षा के मुद्दे।